सदगुरु आनंदमूर्ति जी का 104वां जन्मोत्सव मधु मंजूषा ध्यान मंदिर में धूमधाम से मनाया गया
विनीत कुमार।रांची,(झारखंड) । आनंदमार्ग ध्यान मंदिर, मधु मंजूषा, हेहल रातू रोड स्थित परिसर में रविवार को सदगुरु श्री श्री आनंदमूर्ति जी का 104वां पावन जन्म महोत्सव (आनंद पूर्णिमा) श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 5 बजे प्रभात संगीत गायन से हुई। जन्म मुहूर्त प्रातः 6 बजकर 7 मिनट पर शंखनाद, आतिशबाजी और पटाखों की गूंज के साथ धूमधाम से किया गया। इसके पश्चात “बाबा नाम केवलम” कीर्तन, सामूहिक साधना, गुरु पूजा और वर्ण अर्धदान संपन्न हुआ। आनंदवाणी पाठ संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी, बंगला, तमिल, मगही, भोजपुरी, नागपुरी, अंगिका और जापानी भाषाओं में किया गया।
इस अवसर पर श्रद्धेय पुरोधा प्रमुख आचार्य विश्वदेवानंद अवधूत ने सारगर्भित प्रवचन में कहा कि सदगुरु की कृपा से समस्त ग्लानि दूर होती है, और यह कृपा रागात्मक भक्ति एवं सेवा के मार्ग से प्राप्त की जा सकती है। कार्यक्रम के अंतर्गत मधु मंजूषा से कृषि बाजार पंडरा तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें “आध्यात्म विहीन मानव जीवन पशु से भी अधम है”, “जात-पात की करो विदाई, मानव-मानव भाई-भाई”, “विश्व बंधुत्व कायम हो” जैसे नारों से वातावरण गुंजायमान रहा।
कार्यक्रम के दौरान प्रभात संगीत, कौसकी, अंत्याक्षरी, तांडव नृत्य और म्यूजिकल चेयर जैसी सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। विजेताओं को भुक्ति प्रधान विजय जी एवं रांची डी.एस.एल. लोकातीता दीदी द्वारा पुरस्कृत किया गया।
संध्या 4 बजे, डॉ. करुणा सहदेव के सौजन्य से लगभग 100 नर-नारायणों को स्वादिष्ट भोजन कराया गया। अंत में सामूहिक प्रीति-भोज का आयोजन हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में भुक्ति प्रधान विजय दादा, पंचु दादा, डॉ. करुणा सहदेव, डॉ. अंशुमान देव, तात्विक रतन , विजयवर्धन , बिनोद दादा, मृणाल , मनोज दादा, देव शिवानंद , धनेश्वर , निलेश दादा, उमेश दादा, कलावती दीदी एवं बबिता दीदी की सक्रिय भूमिका रही। कार्यक्रम के दौरान के प्रतियोगिता भी हुई,विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।
प्रतियोगिता परिणाम इस प्रकार हैं:
प्रभात संगीत:
प्रथम – वर्षा, शिवानी
द्वितीय – आर्यन, जानकी
तृतीय – अनुपमा देव, तिरुपरा
कौसकी प्रतियोगिता:
प्रथम – दिनकर देव, सकुंतला
द्वितीय – शुभ कुमार, पलक कुमारी
तृतीय – प्रियांशु घोष, कृतिका
म्यूजिकल चेयर:
प्रथम – अलका
द्वितीय – तृप्ति
तृतीय – जया
तांडव नृत्य प्रतियोगिता:
प्रथम – शुभ कुमार
द्वितीय – प्रियांशु घोष
तृतीय – दिनकर देव

