Tuesday, December 16

रांची ( झारखंड)।वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए आयुर्वेद का वैज्ञानिक प्रचार: डॉ. ज्ञान प्रकाश का समर्पण।

वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए आयुर्वेद का वैज्ञानिक प्रचार: डॉ. ज्ञान प्रकाश का समर्पण।

रांची ( झारखंड)। अमेरिकन कॉलेज ऑफ फिजिशियन के अंतर्राष्ट्रीय संकाय सदस्यों द्वारा हर्बल मेडिसिन के लिए एकल जड़ी-बूटी आधारित दिशा-निर्देशों का समर्थन किया गया है, जिसे डॉ. ज्ञान प्रकाश वैश्विक स्वास्थ्य दृष्टिकोण में आयुर्वेदिक चिकित्सा के एक मजबूत विकल्प के रूप में देखते हैं। डॉ. ज्ञान प्रकाश ने कहा कि “आयुर्वेद की विषाक्तता और प्रभावकारिता को ध्यान में रखते हुए, हमें इसके उपयोग को सुरक्षित और दीर्घकालिक प्रबंधन के लिए बढ़ावा देने की आवश्यकता है।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान साक्ष्य-आधारित अभ्यास और रोग प्रबंधन के माध्यम से आधुनिक चिकित्सा जगत में अपनी उपयोगिता सिद्ध कर रहा है।वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, डॉ. ज्ञान प्रकाश ने आयुर्वेद में वर्णित जीवन ऊर्जा की तीन मुख्य इकाइयों – प्राण वायु, प्राण जल, और प्राण पोषक वसा – को जीवन की आधारशिला बताया। डॉ. ज्ञान प्रकाश वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए औषधीय पौधों के विकास एवं शोध कार्य के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित हैं। उनका उद्देश्य आयुर्वेद के वैज्ञानिक पक्ष को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुत कर इसे आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के साथ समन्वित करना है। इस अवसर पर उन्होंने अपने दिवंगत गुरु, गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जामनगर के पूर्व कुलपति एवं प्रोफेसर डॉ. माधव सिंह बघेल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “मैं उनके प्रति अत्यंत आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे विश्व मंच पर आयुर्वेद ज्ञान के प्रचार हेतु प्रेरित और मान्यता प्रदान की।डॉ. ज्ञान प्रकाश का यह प्रयास आयुर्वेद को आधुनिक चिकित्सा में वैज्ञानिक रूप से स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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