सिमरी बख्तियारपुर की जनता ने बढ़-चढ़कर डाला वोट, 65.72 प्रतिशत हुआ मतदान।
लोकतंत्र के महापर्व में महिलाओं ने दिखाया जबरदस्त उत्साह, ईवीएम में आई मामूली तकनीकी खराबी।
राकेश कुमार यादव, सहरसा (बिहार)
बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत गुरुवार को सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। चुनाव आयोग के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, क्षेत्र में 65.72 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के दौरान सबसे खास बात महिलाओं की सक्रियता रही, जिन्होंने सुबह-सुबह ही कतारें लगाकर पुरुषों को पीछे छोड़ दिया।
सुबह ठीक सात बजे मतदान प्रक्रिया शुरू होते ही केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लग गईं। नगर परिषद क्षेत्र से लेकर दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों तक लोगों में मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह दिखा।
लोकतंत्र की शक्ति बनीं महिलाएं
इस चुनाव में महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। पारंपरिक परिधानों में पहुंची महिला मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कई मतदान केंद्रों पर महिलाओं की कतारें पुरुषों की कतारों से अधिक लंबी नजर आईं। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं का उत्साह विशेष रूप से काबिले तारीफ रहा, जो सुबह खेत-खलिहान का काम निपटाकर वोट डालने पहुंचीं। बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता भी परिजनों की सहायता से मतदान केंद्रों तक पहुंचे, जो क्षेत्र की जागरूक लोकतांत्रिक भावना को दर्शाता है।
तकनीकी गड़बड़ी से थोड़ी देर रुकी वोटिंग
पूरे दिन मतदान सुचारू रूप से चलता रहा, हालांकि कुछ केंद्रों पर ईवीएम में तकनीकी खराबी की सूचना भी सामने आई। प्राथमिक विद्यालय रानीहाट भट्टा टोला और मध्य विद्यालय चकभारो (मतदान केंद्र संख्या 277) पर मतदान शुरू होते ही ईवीएम में खराबी आ गई, जिसके कारण कुछ देर तक वोटिंग प्रक्रिया प्रभावित रही। हालांकि, चुनाव आयोग की तकनीकी टीम ने तत्परता दिखाते हुए जल्द ही मशीन को दुरुस्त किया और लगभग 15 से 20 मिनट के अंतराल के बाद मतदान पुनः प्रारंभ हो गया।
सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद
मतदान के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान लगातार गश्त करते रहे। सिमरी बख्तियारपुर के अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) आलोक राय और एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर दिनभर मतदान केंद्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का निरंतर निरीक्षण करते नजर आए। अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि मतदाताओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो और मतदान शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो।
अब 14 नवंबर को होगा प्रत्याशियों का फैसला
शाम पांच बजे तक मतदान समाप्त होते ही प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने बूथवार मतों के अनुमान लगाने शुरू कर दिए हैं। इस बार सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट पर रोमांचक त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला।
एनडीए की ओर से संजय सिंह
महागठबंधन की ओर से यूसुफ सलाउद्दीन
जनसुराज पार्टी के प्रत्याशी सुरेंद्र यादव
ये तीनों ही उम्मीदवार मुख्य रूप से मैदान में थे, जिन्होंने चुनाव को बेहद दिलचस्प बना दिया। प्रचार के अंतिम दिनों में जहां बड़े नेताओं ने ताकत झोंकी, वहीं स्थानीय स्तर पर मतदाताओं से सीधा संपर्क साधने की कोशिशें भी तेज रहीं।
गुरुवार को मतदान समाप्ति के बाद अब क्षेत्र के चौक-चौराहों और चाय की दुकानों पर सिर्फ एक ही चर्चा है कि सिमरी बख्तियारपुर की जनता ने किस प्रत्याशी पर सबसे अधिक भरोसा जताया है। मतदाताओं द्वारा मतपेटियों में बंद किए गए प्रत्याशियों का भविष्य 14 नवंबर को मतगणना के दिन तय होगा।

