भदोही।जेहि विधि होई नाथ हित मोरा करो सुबेग के दास मोहि तोरा। बोले राजन जी महाराज
भदोही।जेहि विधि होई नाथ हित मोरा करो सुबेग के दास मोहि तोरा। बोले राजन जी महाराज
प्रेम से कई गुना ऊपर वाला प्रेम का नाम है रति।
शरद बिंद/भदोही।अभोली। अभोली ब्लॉक के श्री मठिया महावीर हनुमान मंदिर श्रीपुर द्वारा आयोजित श्री राम कथा गड़ौरा मेला की बारी में कथा के आठवें दिन प्रख्यात श्री राम कथा वाचक राजन जी महाराज ने कहा कि तीर्थ राज के पास चार चीजें है धर्म,अर्थ, काम, मोक्ष, और संशय में पड़ गए कि भरत को क्या देंगे ? परन्तु भरत को यह सब कुछ चाहिए ही नहीं उन्होंने कहा कि जब जब जन्म लू भैया राम के चरणों में मेरी रति बढ़ती जाए । ऐसा मानना है कि तीर्थराज जो मांगा जाए तो पूरा होता है। जब कोई प्रेम करे तभी प्रेम किया जाए यह प्रेम नहीं है अगर वह व्यक्ति आपको बुरा भला कहे तब पर भी आप उससे प्रेम करें तब इस इसे कहेंगे।राम भरत मिलन का विस्तार से बताया कि राम मुस्कुराते हुए कहते हैं ठहर जाओ।
अनुज भर...







