झारखंड (रांची)।गौरैयों का मसीहा: खलारी के नंदू मेहता ने पेश की जीव-जगत से प्रेम की अनूठी मिसाल
गौरैयों का मसीहा: खलारी के नंदू मेहता ने पेश की जीव-जगत से प्रेम की अनूठी मिसाल
रांची ।जब इस युग में इंसान और इंसान के बीच रिश्तों की डोर कमजोर होती जा रही है, दूरियाँ बढ़ रही हैं, और स्वार्थ की दीवारें ऊँची होती जा रही हैं — ऐसे समय में रांची जिला केखलारी क्षेत्र अंतर्गत धमधमिया में रहने वाले एक कोल इंडिया में कार्यरत नंदू मेहता ने मानवता और संवेदना की मिसाल पेश की है। उन्होंने अपने प्रेम और समर्पण से उन गौरैया चिड़ियों के जीवन में फिर से उम्मीद की किरण जलाई है, जो अब लगभग विलुप्ति के कगार पर हैं। गौरैया, जिसे कभी हर आंगन की चिड़िया कहा जाता था, आज शहरीकरण, प्रदूषण, मोबाइल टावरों के रेडिएशन और मानवीय उपेक्षा के कारण हमसे दूर हो चुकी है। लेकिन नंदू मेहता ने इन नन्हीं चहचहाती ज़िंदगियों को फिर से जीने का कारण दिया है। लगभग 12 वर्षों से वे अपने घर के आंगन में गौरैयों को नियमित रूप से चावल क...









