
विश्व पर्यावरण दिवस पर कोयला क्षेत्र में वृक्षारोपण कार्यक्रम, पर्यावरणविद उमेश मेहता ने लगाए आम के पेड़।
विनीत कुमार ,रांची ,झारखंड।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुवार को कोयला क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर समाजसेवी और पर्यावरणविद उमेश मेहता ने एक प्रेरणादायक पहल करते हुए करीब एक दर्जन आम के पेड़ सहित कई अन्य फलदार वृक्षों का रोपण किया।
उमेश मेहता ने इस अवसर पर कहा, “यदि हमें स्वच्छ और स्वस्थ भारत का निर्माण करना है, तो हमें सबसे पहले अपने पर्यावरण को शुद्ध और संतुलित बनाए रखना होगा। इसके लिए अधिक से अधिक संख्या में वृक्ष लगाना अत्यंत आवश्यक है।” उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि “केवल पेड़ लगाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनकी देखभाल और सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। एक पौधा तब ही वृक्ष बनता है जब उसे नियमित रूप से पानी, देखरेख और संरक्षण दिया जाए।” उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाएं और उसकी जिम्मेदारी भी स्वयं लें। उन्होंने यह भी बताया कि फलदार वृक्ष न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचाते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए पोषण और छाया का भी स्रोत बनते हैं। कार्यक्रम में कई स्थानीय लोगों, युवाओं और स्कूली बच्चों ने भाग लिया और पर्यावरण की रक्षा हेतु संकल्प लिया। सभी ने यह समझा कि वृक्षारोपण केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि धरती मां के प्रति हमारा कर्तव्य है। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सार्थक कदम है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को एक हरित, स्वच्छ और सतत भविष्य देने की दिशा में प्रेरणादायक उदाहरण भी है।

