
बेखौफ अपराधियों ने युवा किराना दुकानदार को मारी गोली, मौत
सलखुआ थाना क्षेत्र के गोरियारी – गोसपुर चौक के समीप की घटना, एक खोखा बरामद
एफएसएल टीम,एसडीपीओ व इंस्पेक्टर पहुंचे घटनास्थल पर
अपराधी की गिरफ्तारी हेतु चला छापेमारी अभियान
सहरसा। जिले के सलखुआ थाना के गोरियारी चौक के समीप बुधवार दोपहर बेखौफ अपराधियों ने एक किराना दुकानदार को गोली मार मौत के घाट उतार दिया।
बताया जाता है की गोरियारी गांव निवासी लक्ष्मी यादव के 34 वर्षीय पुत्र रंजीत यादव बाइक से पशु चारा लेकर घर जा रहा था की अचानक हथियार बंद अपराधियों ने ताबरतौड़ लाठी से हमला बोल दिया, और देखते ही देखते देशी पिस्तौल से गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर फरार हो गया। 
गंभीर रूप से जख्मी दुकानदार को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों सहित आसपास के लोगों की भीड़ अस्पताल परिसर में जुट गई। एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर, इंस्पेक्टर मो. सुजाउद्दीन सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल अस्पताल पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सहरसा भेज मामले की जांच पड़ताल में जुट गई। घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। घटना का कारण रंजीत यादव की पुत्री मंगलवार को ट्यूसन पढ़ कर लौट रही थी की गोसपुर गांव के कुछ मनचलों ने छीटा कसी किया था, जिसपर सलखुआ थाना पुलिस को जानकारी दी गई थी। हलांकि दोनों पक्षों के आपसी समझोता के बाद मामला को शांत कर दिया गया। उक्त मामले से आक्रोशित मनचलों ने बुधवार को रंजीत यादव को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने घटनास्थल से एक खोखा सहित लाठी डंडे बरामद किया है। वहीं अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। मृतक की पहचान गोरदह पंचायत के गोरियारी गांव निवासी लक्ष्मी यादव के 34 वर्षीय पुत्र रंजीत यादव के रूप में की गई है। घटना के संबंध में मृतक रंजीत यादव के चचरे भाई उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि मंगलवार को गौसपुर गांव कुछ युवकों के साथ छात्रा के साथ छीटा कसी को लेकर तु-तु मैं-मैं हुई थी, जिसके बाद स्थानीय पुलिस भी आईं थीं। जिसके बाद मामले को कह सुन कर शांत करा दिया गया। वहीं रंजीत बहियार से अपने बाइक से घास लेकर लौट रहा था, इस दौरान गोरियारी चौक के समीप बुलबुल कुमार, गौरव कुमार, अजीत कुमार व अन्य ने लाठी से मारपीट करते हुए गोली मार कर घायल कर दिया। गंभीर रूप से जख्मी रंजीत को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर में भर्ती कराया। जहां कुछ देर बाद चिकित्सकों ने जांचोपरांत मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद अस्पताल पहुंचे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों ने कहा कि अगर समय से इलाज शुरू किया जाता तो रंजीत की जान बचाई जा सकती थी।
इस संबंध में एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसआईटी टीम का गठन किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सहरसा भेज दिया गया है। अपराधियों के संभावित ठिकानों पर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।प्रथम दृष्टया पुराने विवाद को लेकर घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। पुलिस हरेक पहलूओ पर जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

