Friday, December 19

बलिया

बलिया।शांभवी धाम कसेसर में श्रीमद्भागवत कथाभारत की सांस्कृतिक धारा समुद्र की तरंगों जैसी – वागीश जी महाराज

उत्तर प्रदेश, बलिया
शांभवी धाम कसेसर में श्रीमद्भागवत कथाभारत की सांस्कृतिक धारा समुद्र की तरंगों जैसी – वागीश जी महाराज  संजीव सिंह बलिया। शांभवी धाम कसेसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास वागीश जी महाराज ने अपने अमृत वचनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की सांस्कृतिक परंपरा समुद्र की तरंगों के समान अनादि और अनंत है। जैसे तरंगों में उत्थान और पतन आता है, वैसे ही विश्व के सबसे प्राचीन राष्ट्र भारतवर्ष ने भी कभी विश्व गुरु का गौरव पाया तो कभी दासता में भी जकड़ा रहा, किंतु प्रभु की प्रेरणा से भारत ने सदैव आस्था और अध्यात्म से मुक्ति का मार्ग पाया है।उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और चौसठ कलाओं से सम्पन्न भगवान श्रीकृष्ण से प्रेरणा ली है। आज समय की आवश्यकता है कि बच्चों को कार्टून पात्र ‘डोरेमॉन’ और ‘पेपा पिग’ की बजाय भगवान श्रीकृष्ण क...

बलिया।आत्मज्ञान के लिए तर्क नहीं, श्रद्धा और गुरु कृपा आवश्यक: डॉ. विद्यासागर उपाध्याय 

उत्तर प्रदेश, बलिया
आत्मज्ञान के लिए तर्क नहीं, श्रद्धा और गुरु कृपा आवश्यक: डॉ. विद्यासागर उपाध्याय   संजीव सिंह बलिया।कठोपनिषद् के आधार पर सत्य के मार्ग को किया स्पष्टउज्जैन/बैंगलोर, [तारीख/दिन]। मूर्तीनाथ पीठ महाकालेश्वर, उज्जैन के समरसता प्रमुख एवं शंकराचार्य परिषद, बैंगलोर के राष्ट्रीय पार्षद डॉ. विद्यासागर उपाध्याय ने हाल ही में अपने एक महत्त्वपूर्ण वक्तव्य में आत्मज्ञान की साधना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आत्मा के साक्षात्कार का मार्ग केवल बुद्धि और तर्क से होकर नहीं जाता। इसके लिए गुरु की कृपा, सच्ची श्रद्धा और अनुशासित धैर्य सबसे अधिक आवश्यक तत्व हैं।डॉ. उपाध्याय ने प्राचीन भारतीय दर्शन और उपनिषद् पर विशेष बल देते हुए 'कठोपनिषद्' का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आत्मज्ञान ऐसा शाश्वत सत्य है जिसे केवल वाद-विवाद या तर्कशास्त्र के माध्यम से प्राप्त नहीं किया जा सकता। कठोपनिषद् के मंत्र 'नैषा तर्केण...'...

बलिया।नवरात्रि पर पंडालों में मां दुर्गा की पट खुलते ही गूंजे जयकारे

उत्तर प्रदेश, बलिया
नवरात्रि पर पंडालों में मां दुर्गा की पट खुलते ही गूंजे जयकारे  आचार्य ओमप्रकाश वर्मा  नगरा (बलिया) शारदीय नवरात्रि की सातवीं तिथि पर क्षेत्र के बाजारों में स्थापित पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं के पट खोले गए। जैसे ही माता रानी के पट खुले, पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो उठा। चारों ओर “जय माता दी” के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। मंदिरों और पंडालों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तजन मां दुर्गा के दर्शन कर पुष्प, फल और नारियल अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। जगह-जगह भक्ति गीतों और आरती की स्वर लहरियों से माहौल धार्मिक हो गया। बाजारों में सजे आकर्षक पंडालों की खूबसूरती लोगों को अपनी ओर खींच रही है। फूलों, झालरों और रोशनी से सजे इन पंडालों में माता दुर्गा के साथ महिषासुर व अन्य देवी-देवताओं की भव्य झांकियां देखने को मिल रही हैं। श्रद्धालुओं ने बताया कि नवरात्रि का ...

बलिया।छात्राओं को पढ़ाया गया सुरक्षा का पाठ।

उत्तर प्रदेश, बलिया
छात्राओं को पढ़ाया गया सुरक्षा का पाठ। नगरा (बलिया)। मिशन शक्ति के तहत कंपोजिट विद्यालय अब्दुलपुर मदारी में शनिवार को महिला सशक्तीकरण एवं महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा एवं जागरूकता अभियान के दौरान मिशन शक्ति 5.0 के तहत बच्चों को सुरक्षा का पाठ पढ़ाया, बल्कि महत्वपूर्ण बिदुओं पर जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक किया गया। वही बच्चों ने कई सवाल दागे जिसके संबंध में थानाध्यक्ष हितेश कुमार ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों को समझना होगा। किसी भी स्थिति में आप कमजोर नहीं हैं। सबसे बड़ा मामला सायबर क्राइम का आ रहा है। किसी भी अंजान नंबर से फोन आने उसके झांसे में न आय। खुद छोटी-छोटी बातों को लेकर सतर्क रहें और घर-परिवार की महिलाओं को भी जागरूक करें। किसी प्रकार की घटना होती है तो वह बर्दाश्त न करें, बल्कि इसका पुरजोर विरोध करें। जिससे अपराध पर अंकुश लग सके। स्कूल में पढ़ने वाली बहुत सारी छात्राएं भी ...

बलिया।रामलीला में हुआ मंथरा–कैकई संवाद का मंचन।

उत्तर प्रदेश, बलिया
रामलीला में हुआ मंथरा–कैकई संवाद का मंचन। आचार्य ओमप्रकाश वर्मा  नगरा (बलिया)। सार्वजनिक रामलीला समिति के तत्वाधान में चल रही रामलीला में रविवार की रात मंथरा और कैकई संवाद का भावपूर्ण मंचन किया गया। कथा के अनुसार, मंथरा कैकई को समझाती है कि राजा दशरथ राम को युवराज बनाने की तैयारी कर रहे हैं, जिससे भरत का अधिकार छिन जाएगा। मंथरा के उकसावे से कैकई क्रोधित हो उठती है और अपने दो वरदान मांगने का निश्चय करती है। कैकई, राजा दशरथ से पहले वरदान के रूप में भरत को अयोध्या का राजा बनाने और दूसरे वरदान में श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास देने की मांग रखती है। राजा दशरथ अपनी प्रतिज्ञा से बंधकर कैकई की मांग पूरी करने को विवश हो जाते हैं। इस मार्मिक प्रसंग के मंचन से पूरा वातावरण भावुक हो उठा। दर्शकों की आंखें नम हो गईं और पूरे मैदान में गहन सन्नाटा छा गया। कार्यक्रम में उपस्थित सेवकों को समिति की ओर से...

बलिया।शांभवी धाम कसेसर में भागवत कथा के चौथे दिन गूंजे श्रीकृष्ण अवतरण के प्रसंग ।

उत्तर प्रदेश, बलिया
शांभवी धाम कसेसर में भागवत कथा के चौथे दिन गूंजे श्रीकृष्ण अवतरण के प्रसंग ।  संजीव सिंह बलिया।शांभवी धाम कसेसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन वृंदावन से पधारे अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास मारुतिनंदनाचार्य वागीश जी महाराज ने अपने दिव्य प्रवचनों से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि सनातन वैदिक धर्म में गृहस्थ आश्रम कभी निन्दनीय नहीं रहा, अपितु ऋषि - परम्परा ने ही गृहस्थ जीवन के माध्यम से सृष्टि परम्परा को आगे बढ़ाया है। उन्होंने चारों आश्रमों — ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास — का क्रमशः और सम्यक पालन हर सनातनी का कर्तव्य बताया और उदाहरण स्वरूप कहा कि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने इन चारों आश्रमों से होकर ही वैकुंठ को प्रस्थान किया।रत्नगर्भा है माता वसुन्धरा, अवतरित होती हैं दिव्य आत्माएंवागीश जी महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि माता वसुन्धरा कभी बांझ नहीं रही हैं...

बलिया।शिक्षक स्वयं के अनुभव और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों से जोड़ सकेंगे: एकीकृत प्रशिक्षण के आठवें बैच का डाइट पर हुआ समापन

उत्तर प्रदेश, बलिया
शिक्षक स्वयं के अनुभव और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों से जोड़ सकेंगे: एकीकृत प्रशिक्षण के आठवें बैच का डाइट पर हुआ समापन  संजीव सिंह बलिया।सामाजिक परिवर्तन और विकास एक सतत प्रक्रिया है, जिसमें शिक्षा की निर्णायक भूमिका होती है। शिक्षा न केवल व्यक्ति को प्रगति की दिशा देती है बल्कि समाज के सर्वांगीण उत्थान का आधार भी है। इसी उद्देश्य के तहत जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) बलिया में एकीकृत प्रशिक्षण के आठवें बैच का सफल समापन किया गया। इस प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों को अपने अनुभव और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों से जोड़कर विद्यार्थियों के लिए शिक्षण को रोचक एवं आनंददायक बनाने पर विशेष जोर दिया गया।बच्चों के सीखने को बनाया जाए अनुभवात्मकराष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप, इस प्रशिक्षण में गतिविधि-आधारित शिक्षण, खोज और अन्वेषण पर आधारित शिक्षा की वकालत की...

बलिया।रामलीला में परशुराम संवाद व चारों भाइयों का विवाह का मंचन ।

उत्तर प्रदेश, बलिया
रामलीला में परशुराम संवाद व चारों भाइयों का विवाह का मंचन ।  रामेश्वर प्रजापति  नगरा (बलिया)। सार्वजनिक रामलीला समिति के तत्वावधान में चल रहे रामलीला महोत्सव का छठवां दिन श्रद्धा और उल्लास से परिपूर्ण रहा। मुख्य सेवक के रूप में विधायक उमाशंकर सिंह के अनुज श्री रमेश सिंह (डायरेक्टर, छात्र शक्ति लिमिटेड), सेन्ट जॉन्स कॉन्वेंट स्कूल के प्रधानाचार्य जगन्नाथ पत्रा व डॉ. आर.एस. वर्मा एवं उनकी पुत्री डॉ. शिल्पी वर्मा ने संयुक्त रूप से भगवान श्रीराम का माल्यर्पण, तिलक एवं आरती कर मंचन की विधिवत शुरुआत की। समिति की ओर से सभी मुख्य अतिथियों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। मंचन की शुरुआत परशुराम संवाद से हुई। लक्ष्मण जी और भगवान परशुराम के बीच हुआ यह संवाद दर्शकों के लिए रोमांचकारी और भावनात्मक रहा। कलाकारों ने परशुराम के क्रोध और लक्ष्मण के तेजस्वी वचनों को जीवंत कर उपस्थ...

शांभवी धाम कसेसर बलिया।शंकरपुर में भागवत कथा से मिली मानस सुसंस्कृति और राष्ट्र जागरण की प्रेरणा: मानस सुसंस्कृत जीवन जीना सिखाती है, तो भागवत से सीखते हैं सुमृत्यु का वरण।

उत्तर प्रदेश, बलिया
शांभवी धाम कसेसर शंकरपुर में भागवत कथा से मिली मानस सुसंस्कृति और राष्ट्र जागरण की प्रेरणा: मानस सुसंस्कृत जीवन जीना सिखाती है, तो भागवत से सीखते हैं सुमृत्यु का वरण।   संजीव सिंह बलिया।शांभवी धाम कसेसर शंकरपुर में वृन्दावन से अंतर्राष्ट्रीय भागवत कथा का भव्य आयोजन संपन्न हुआ, जिसमें कथा व्यास वागीश जी महाराज ने भागवत ज्ञान की अमृत वर्षा कराई। उन्होंने संवाद के माध्यम से यह सन्देश दिया कि मानस जीवन को सुसंस्कृत और समृद्ध बनाता है, और भागवत से सुमृत्यु अर्थात उत्तम मृत्यु का मार्ग सीखा जा सकता है। कथा का मूल उद्देश्य सिर्फ कथा सुनाना नहीं, बल्कि वैचारिक परिमार्जन और राष्ट्र जागरण के लिए मानसिक पुनर्निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि जैसे आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक विकास आवश्यक है, उसी तरह राष्ट्र का सांस्कृतिक विकास भी अतिआवश्यक है, तभी हम भारतीय अस्मिता को सशक्त कर सकेंगे।वागीश जी महाराज...

बलिया।सीएचसी नगरा में 1 अक्टूबर को लगेगा विशाल स्वास्थ्य शिविर, जिले के विशेषज्ञ डॉक्टर देंगे सेवाएँ

उत्तर प्रदेश, बलिया
सीएचसी नगरा में 1 अक्टूबर को लगेगा विशाल स्वास्थ्य शिविर, जिले के विशेषज्ञ डॉक्टर देंगे सेवाएँ अमर बहादुर सिंह बलिया शहर  बलिया। क्षेत्र के आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) नगरा में 1 अक्टूबर 2025 को एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस शिविर में जिले के विभिन्न विभागों के नामचीन विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल होंगे, जो ग्रामीणों को निःशुल्क परामर्श एवं उपचार प्रदान करेंगे। शिविर में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मधुलिका सिंह और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सतीश कुमार सिंह, जनरल सर्जन डॉ. अशोक कुमार, त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. अबू तलहा, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक सिंह तथा बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप सिंह सहित कई वरिष्ठ डॉक्टर मौजूद रहेंगे। इन डॉक्टरों की मौजूदगी से मरीजों को जिला स्तर की चिकित्सा सुविधा सीएचसी नगरा पर...