बेमौसम बारिश से रसड़ा के खेतों में तबाही! किसानों की धान की फसलें चौपट, राहत और ऋण माफी की गुहार ।
संजीव सिंह बलिया। रसड़ा क्षेत्र और आसपास के इलाकों में हुई बेमौसम भारी वर्षा ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। खड़ी और तैयार धान की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो जाने से क्षेत्र के किसानों के सामने आर्थिक संकट और भुखमरी जैसी स्थिति पैदा हो गई है। खेतों में खड़ी उपज डूबने से किसानों का महीनों का परिश्रम व्यर्थ हो गया है।इस गंभीर स्थिति को देखते हुए किसान रामकृष्ण सिंह सेंगर (पत्रकार), अरविंद कुमार तिवारी (पत्रकार) और भानु प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से उपजिलाधिकारी (SDM) रसड़ा के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपकर राहत और ऋण माफी की मांग की है।ज्ञापन में किसानों ने कहा है कि बेमौसम बारिश के चलते उनकी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं और अब उनके लिए जीवन-यापन तक कठिन हो गया है। किसानों ने चिंता जताई कि इस परिस्थिति में वे किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) या अन्य कृषि ऋण कैसे चुका पाएंगे।ज्ञापन में की गई प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:फसल नुकसान की उच्च-स्तरीय जांच कराई जाए।प्रभावित किसानों के कृषि ऋण माफ किए जाएं।किसानों को तत्काल राहत राशि और मुआवजा प्रदान किया जाए।किसानों ने कहा कि यह बारिश उनके लिए ‘काल’ बनकर आई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि सरकार तत्काल राहत की घोषणा कर किसानों के दर्द को कम करे और उनके जीवन को संबल प्रदान करे।

