
फुटबॉल टूर्नामेंट, पूर्णिया बनाम रेल जमालपुर के बीच फाइनल मुकाबला में पूर्णिया ने कप पर जमालपुर कब्जा
राज्यस्तरीय 72 वां मोईनुल हक फुटबॉल ट्राफी पर पूर्णिया ने जमाया कब्जा
फाइनल मुकाबले में पूर्णिया ने रेल जमालपुर को सडेन डैथ में 1- 0 से हराया
सहरसा।जिले के सिमरी बख्तियारपुर हाई स्कूल के ऐतिहासिक खेल मैदान में बुधवार को दस दिवसीय 72 वां राज्यस्तरीय सीनियर एसएम मोईनुल हक कप फुटबाल टूर्नामेंट में बुधवार को फाइनल मुकाबला पूर्णिया बनाम रेल जमालपुर के बीच शानदार मुकाबला हुआ। पहले 45 मिनट के भीतर रेल जमालपुर ने एक गोल कर बढ़त बनाई। वही दुसरे 45 मिनट के भीतर पूर्णिया की टीम ने एक गोल कर मैच को बराबर करने में कामयाब रहा।
हलांकि फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबला में ट्राफी पर पूर्णिया ने कब्जा जमा लिया। फाइनल मैच में पूर्णिया ने सडेन डैथ में रेल जमालपुर टीम को 1- 0 से हराया।
इससे पहले फाइनल मैच विधिवत अतिथियों के द्वारा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया गया। जिसके बाद दोनों टीमों के द्वारा शानदार खेल की शुरुआत की। निर्धारित 90 मिनट के खेल में पहले हॉफ में रेल जमालपुर टीम ने 1-0 से बढ़त बना ली। दूसरे हॉफ का खेल शुरू होने पर पूर्णिया ने एक गोल दागे।जिस कारण दोनों टीम का स्कोर 1-1 से बराबर हो गया।इस प्रकार निर्धारित समय उपरांत मैच 1-1 से ड्रॉ हो गया। लेकिन ट्राइ-ब्रेकर से मैच का परिणाम के लिए दोनों टीम के खिलाड़ी तैयार हुए। ट्राय-ब्रेकर में दोनों टीमों ने पांच-पांच गोल कर एक बार फिर परिणाम बराबर रखा। तब आखिरकार मैच के परिणाम को लेकर सडेन डैथ का प्रयोग किया गया। जिसमें पूर्णिमा ने रेल जमालपुर को 1-0 से पराजित करने में सफलता पाई।फुटबॉल टूर्नामेंट के अंत मे खिलाड़ियों को अतिथियों के द्वारा पुरुस्कृत किया गया।
इस दौरान मुख्य अतिथि के तोर पर आमंत्रित किए गए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुकेश कुमार ठाकुर, पूर्व विधायक जफर आलम, सांसद प्रतिनिधि रितेश रंजन, उद्योपति सुशील जायसवाल, चंद्रमणि, हेमंत जायसवाल, जनसुराज नेता समीम अनवर, राजद नेता रतिलाल यादव, मुखिया संघ के सलखुआ प्रखंड अध्यक्ष रणवीर यादव, वार्ड पार्षद दुर्गेश कुमार, मो. काशिफ आलम उर्फ गोबो, बेचन राम सहित अन्य ने संयुक्त रूप से विजेता और उपविजेता टीम को ट्राफी देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर वक्ताओं ने दोनों टीमों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेल में हार जीत लगी रहती है। दो टीम मैदान में खेलेगी तो एक का हारना सुनिश्चित है। इसलिए हारे हुए टीम को निराश होने की जरूरत नहीं है। वो आने वाले टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करें और राज्य ही नहीं देश का नाम रौशन करें। वही मैच में रेफरी की भूमिका मुंगेर के रामरक्षा यादव,देवराज कुमार, मधेपुरा के राजकुमार टुडू एवं सहरसा के अशफाक आलम, खगड़िया के रौशन गुप्ता एवं शंकर सिंह, आदित्य कुमार,कैलाश पंडित, सिदेश कुमार
ने निभाई। टूर्नामेंट के सफल संचालन में अफरोज आलम, मो. अयुव आलम, बाबी आलम, मंटू पासवान, महेश पासवान, रंजन पासवान समेत आदी का सराहनीय योगदान रहा।

