बलिया।TBI-PBI कार्यक्रम की जांच जरूरी, CHO द्वारा संजीवनी कार्यक्रम में लापरवाही उजागर — रिपोर्ट के आधार पर मानदेय रोकने की मांग
TBI-PBI कार्यक्रम की जांच जरूरी, CHO द्वारा संजीवनी कार्यक्रम में लापरवाही उजागर — रिपोर्ट के आधार पर मानदेय रोकने की मांग
अमर बहादुर सिंह बलिया शहर
बलिया। शासन द्वारा संचालित संजीवनी कार्यक्रम के तहत कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) को अपने-अपने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) पर रहकर क्षेत्र में भ्रमण करते हुए मरीजों की पहचान और TBI (Tuberculosis Index) के माध्यम से स्क्रीनिंग का कार्य करना होता है। इस कार्य के लिए शासन द्वारा CHO को 15 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जा रहा है।
लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति बिल्कुल भिन्न दिखाई दे रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकांश CHO अपने क्षेत्र में निर्धारित TBI और PBI (Performance Based Incentive) संबंधी कार्य नहीं कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार यदि इनके कार्यों की ब्लॉक स्तर पर जांच की जाए, तो इनका कार्य निष्पादन सिर्फ 10 से 20 प्रतिशत तक ही पाया जाए...
