Tuesday, December 16

सात वर्ष में उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य पूर्ण नहीं,ग्रामीणों में आक्रोश,घोटी नाव के सहारे धार में आवाजाही करते हैं ग्रामीण

सात वर्ष में उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य पूर्ण नहीं,ग्रामीणों में आक्रोश,घोटी नाव के सहारे धार में आवाजाही करते हैं ग्रामीण

राकेश कुमार यादव, सहरसा (बिहार) 

सहरसा।जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र में विकास योजनाओं का ससमय नहीं हो रहा है निर्माण कार्य पूर्ण। सरकार ग्रामीणों के सुलभ यातायात के लिए गांवों में पक्की सड़क और नदी-नालों पर पुल-पुलिया के निर्माण के दावे कर रही है। हालांकि सलखुआ में दावे से उलट व नदी नाले में पुल पुलिए के निर्माण का दावा कर रही है। पुल पुलिए का निर्माण भी हो रहा है, लेकिन संवेदक व विभागीय इंजीनियर की मिली भगत से निर्धारित समय पर निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाता है जिस कारण ग्रामीणों को सुलभ यातायात का ससमय लाभ नहीं मिल पाता है। कार्य एजेंसी व संबंधित इंजीनियर खुद को मालामाल होने के चक्कर में निर्धारित अवधि में निर्माण कार्य पूरा नहीं कर पाते हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण सहरसा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र सलखुआ प्रखंड क्षेत्र से सामने आ रहा है। सलखुआ प्रखंड के गोरदह पंचायत के गोरदह एवं सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद के खम्हौती – अलमा गांव के बीच धार में बीते सात साल पूर्व उच्च स्तरीय पुल निर्माण शुरू किया गया था,जो आज तक पूर्ण नहीं हो पाया है। वर्ष 2018 में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। पुल का निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर छोटी नाव से आर – पार होना पड़ता है, जिससे हर वक्त हादसे की आशंका लगी रहती है।सलखुआ-सिमरी बख्तियारपुर सीमावर्ती क्षेत्र के गोरदह – खम्हौती राय टोला के बीच कोसी नदी की उपधारा धार में सात वर्ष पूर्व उच्च स्तरीय पुल का निर्माण शुरू किया गया था, जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है। स्थानीय अलमा गांव निवासी जानकार जदयू सहरसा जिला महासचिव ललन कुमार यादव ने बताया कि यह पुल की स्वीकृति वर्ष 2013 -14 में ही हो गई थी। फिर भी अब तक निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया है।

गोरदह गांव के समीप धार में वर्ष 2018 में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य हुआ था शुरू —-

समय सीमा समाप्ति के करीब सात साल बाद भी निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है।सलखुआ के दर्जनों गांव से अनुमंडल मुख्यालय तक की दूरी कम करने हेतु पुल का निर्माण शुरू कराया गया था,जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है। पुल निर्माण होने से सलखुआ प्रखंड के गोरदह, कबैया, मुसहरिया, पिपरा-बगेवा, चौराही आदि गांव को अनुमंडल मुख्यालय की दुरी कम होगी। क्योंकि गोरदह-अलमा गांव के बीच में कोसी नदी के उपधारा में सालों भर लबालब पानी रहने से आवाजाही संभव नहीं होता है। वहीं पुल निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है। पुल निर्माण कार्य स्थल पर संवेदक के द्वारा लगाई गई बोर्ड पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गोरदह पथ में कोसी धार पर उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य में इकरारनामा की राशि 65442,985, पांच वर्षीय अनुरक्षण की राशि 283678, कार्य प्रारंभ की तिथि 16 जून 2018 एवं कार्य समाप्ति की तिथि 15 जून 2019 एवं संवेदक ओम शंकर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड आरा, भोजपुर अंकित है।

क्या कहते हैं ग्रामीण —

विभाग व प्रशासनिक उदासीनता के कारण सरकार के विकास योजनाओं पर संवेदक पानी फेर रही है, सात साल में गोरदह धार में उच्च स्तरीय पुल निर्माण संभव नहीं हो पाया है।

ग्रामीण सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद के वार्ड नंबर 4 खम्हौती राय टोला निवासी संजीव कुमार राय, विनोद राय, राजेश राय, विरंजन कुमार, मनोज राय, सलखुआ प्रखंड के गोरदह निवासी पूर्व मुखिया लक्ष्मी यादव, गिरधारी यादव, चौराही निवासी गुणसागर यादव, पिपरा निवासी रतनदेव यादव आदि ने बताया कि समय पर पुल निर्माण नहीं हो सकी है, जिस कारण धार में लोग जान जोखिम में डाल कर डेंगी नाव के सहारे आवाजी करते हैं। पुल निर्माण होने पर सिमरी अनुमंडल मुख्यालय तक कम दुरी के साथ आवाजाही सुलभ हो जाएगा।

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