Monday, December 15

शाहजहांपुर।विधिक सेवा दिवस पर निकाली गई जागरूकता रैली एवं संगोष्ठी का आयोजन।

विधिक सेवा दिवस पर निकाली गई जागरूकता रैली एवं संगोष्ठी का आयोजन।

शाहजहाँपुर। योगेंद्र यादव 

राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में विधिक जागरूकता रैली एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, शाहजहाँपुर के तत्वावधान में संपन्न हुआ।

सुबह 10 बजे विधिक जागरूकता रैली का शुभारंभ हुआ, जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जय शंकर ओझा, कुलानुशासक डॉ. अमित कुमार यादव, विधिक सहायता केंद्र के सह-संयोजक श्री प्रदीप कुमार सिंह, प्राध्यापक डॉ. मृदुल शुक्ला, श्री अरविंद कुमार सहित अनेक शिक्षक एवं विद्यार्थी शामिल हुए।

रैली के दौरान विद्यार्थियों ने आमजनों को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने नागरिकों को 15100 टोल-फ्री नंबर के बारे में बताया, जिसके माध्यम से आमजन अपनी विधिक समस्याओं का निःशुल्क समाधान प्राप्त कर सकते हैं। विद्यार्थियों ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत के अंतर्गत विभिन्न मामलों के निपटान हेतु विशेष प्रयास किए जाते हैं।

महाविद्यालय में संचालित विधिक सहायता केंद्र, जिसके संयोजक डॉ. अनिल कुमार शाह एवं सह-संयोजक श्री प्रदीप कुमार सिंह हैं, के माध्यम से आमजन को निःशुल्क विधिक सहायता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में उपलब्ध कराई जाती है। कोई भी व्यक्ति यहां आकर अपनी विधिक समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकता है।

रैली के उपरांत महाविद्यालय परिसर में विधिक जागरूकता शिविर एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री ओम प्रकाश मिश्र, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, शाहजहाँपुर रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव, प्रो. अवनीश मिश्र ने की। मंच पर डॉ. विजय सिंह,  दिनेश मिश्रा,  विवेक शर्मा, और प्राचार्य उपस्थित रहे।

वहीं  ओ. पी. मिश्र ने विधिक सेवा प्राधिकरण की संरचना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए अधिनियम के प्रावधानों से अवगत कराया और कहा कमजोर, निर्धन, असहाय लोगों को विधिक सहायता समय से प्रदान करना हमारा परम धर्म है। ADR और लोक अदालतों के महत्व के बारे में बताया तथा दिनांक 13/12/2025 को होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में जागरूक किया। स्थाई लोक अदालत के बारे में जागरूक किया। स्थाई लोक अदालत के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इसका गठन धारा 22 बी के तहत जनहित सेवाओं से संबंधित मामलों जैसे बिजली, पानी, अस्पताल आदि में आपसी सुलह से मामला निपटने के लिए किया गया है। मध्यस्थता द्वारा मामलों को निपटाने पर जोर दिया और कहा मध्यस्थता द्वारा मामलों के निपटान में किसी पक्ष की जीत या हार नहीं बल्कि न्याय की जीत होती है ।

कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. मिश्र ने कहा कि विधि विद्यार्थियों को कहा कि यदि समाज के किसी व्यक्ति को सहायता की आवश्यकता है तो हम विद्यार्थी रह कर भी उनकी मदद करें जिससे हमको अनुभव प्राप्त होगा, साथ ही अपील की कि सभी छात्र खुद को विधिक सेवा प्राधिकरण, शाहजहाँपुर से खुद को संबद्ध करें।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि —  दिनेश मिश्रा एवं श्री विवेक शर्मा रहे। श्री दिनेश जी ने कहा कि LADCS की कार्यप्रणाली को समझा कर कहा कि इस विद्यार्थी जीवन में यदि आप विधिक सेवा प्राधिकरण से जुड़े तो आपको व्यावहारिक जानकारी प्राप्त होगी जो भविष्य में उपयोगी साबित होगी। उन्होंने मध्यस्थता के माध्यम से न्याय पर जोर दिया। श्री विवेक जी ने कहा कि भारत जैसे देश में आज इस संस्था की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए, यदि हम और आप सभी यह प्रण कर लें कि अपने विद्यार्थी जीवन में केवल एक व्यक्ति को भी सहायता प्रदान करेंगे।

कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रंजना खंडेलवाल व डॉ. दीप्ति द्वारा किया गया तथा छात्रों ने बढ़-चढ़कर सहभागिता निभाई। अंत में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का आभार प्राचार्य जय शंकर ओझा ने प्रकट किया गया और विधिक सेवा दिवस के उद्देश्य — “सबके लिए न्याय और समान अवसर” को साकार करने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में  अफजल खान, रंजना खंडेलवाल, डॉ. पवन, डॉ. ज्योत्सना, डॉ. अमित यादव, डॉ. दीप्ति, चंद्रशेखर,  मृदुल, डॉ. विजय,  अशोक, भानु, अरुण आदि का विशेष सहयोग रहा ।

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