उगते सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न हुआ लोक आस्था का महापर्व छठ, घाटों पर गूंजे छठी मैया के जयकारे
व्रतियों ने किया सूर्य उपासना का समापन, भक्ति और आस्था से सराबोर रहा माहौल
राकेश कुमार यादव, सहरसा (बिहार)
बिहार की राजधानी पटना समेत विभिन्न जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्र में लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ मंगलवार की सुबह उगते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के माहौल में संपन्न हो गया। भोर की पहली किरण के साथ ही गंगा घाटों से लेकर तालाबों और पोखरों तक छठ गीतों और छठी मैया के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा।
बिहार के पटना, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, पुर्णिया, कटिहार, दरभंगा, खगड़िया, बेगुसराय, सिवान समेत अन्य जिले के विभिन्न प्रखंड, अनुमंडल, नगर पंचायत, नगर परिषद, नगर निगम समेत ग्राम पंचायत क्षेत्र में सोमवार की शाम श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया था। मंगलवार की सुबह जैसे ही पूर्व दिशा से सूरज की लालिमा दिखी, व्रतियों ने जल में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।घाटों पर महिलाएं पारंपरिक गीत गाते हुए परिवार की सुख-समृद्धि और मंगलकामना करती नजर आईं। अर्घ्य के बाद एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर और प्रसाद का आदान-प्रदान कर छठ पर्व का समापन किया गया। युवाओं में भी पर्व को लेकर खास उत्साह दिखा — घाटों पर कई जगह युवाओं ने परिजनों संग सेल्फी लेकर इस पावन क्षण को यादगार बनाया।
प्रशासन ने की पुख्ता व्यवस्था…..
पर्व के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर पूरी तैयारी की थी। अनुमंडल प्रशासन की ओर से सभी घाटों पर विशेष निगरानी रखी गई।सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर एसडीओ आलोक राय, डीएसपी मुकेश कुमार ठाकुर, बीडीओ जयकिशन, सर्किल इंस्पेक्टर मो. शुजाउद्दीन और थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार स्वयं विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण करते नजर आए।चार दिनों की यह धार्मिक साधना, संयम और भक्ति का पर्व सूर्य उपासना के साथ संपन्न हुआ, और भोर की लालिमा में जब श्रद्धालु जल में खड़े होकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दे रहे थे, तो पूरा इलाका आस्था और अध्यात्म से सराबोर हो उठा।

