
शाहजहाँपुर।जनपद के एसपी ने रिज़र्व पुलिस लाइन सभागार में साइबर हेल्पडेस्क कर्मियों के साथ की गोष्ठी।
शाहजहाँपुर। योगेंद्र यादव
पुलिस अधीक्षक एवं अपर पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा रिज़र्व पुलिस लाइन सभागार में जनपद के समस्त थानों में स्थापित साइबर हेल्पडेस्क कर्मियों के साथ गोष्ठी आयोजित की गई।
गोष्ठी के दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौतियों एवं उनके प्रभावी निवारण के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई । इस अवसर पर निम्न प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा एवं दिशा-निर्देश दिए गए—
साइबर अपराध की रोकथाम : फिशिंग, ओटीपी फ्रॉड, ऑनलाइन ठगी, सोशल मीडिया अपराध एवं डिजिटल धोखाधड़ी जैसे मामलों की पहचान व रोकथाम हेतु प्रभावी उपाय अपनाने के निर्देश ।
जन-जागरूकता अभियान : प्रत्येक थाने में साइबर हेल्पडेस्क के माध्यम से स्कूलों, कॉलेजों, बाजारों एवं सार्वजनिक स्थलों पर नियमित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर बल ।
पीड़ित सहायता एवं त्वरित कार्यवाही : साइबर अपराध से संबंधित शिकायतों के पंजीकरण एवं गुणवत्तापूर्ण विवेचना के लिए आवश्यक तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराने के निर्देश ।
डेटा सुरक्षा एवं तकनीकी दक्षता : साइबर हेल्पडेस्क कर्मियों को नवीनतम तकनीक, उपकरणों एवं डिजिटल सुरक्षा प्रोटोकॉल की जानकारी प्रदान करना ।
साइबर पोर्टल की जानकारी : प्रतिभागियों को राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in), 1930 हेल्पलाइन नंबर तथा अन्य विभागीय ऑनलाइन पोर्टल्स की कार्यप्रणाली, शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया एवं उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया गया ।
C-Tren Training (साइट्रेन ट्रेनिंग) पर जानकारी: गोष्ठी के दौरान हेल्पडेस्क कर्मियों को “C-Tren Training Module” के बारे में भी अवगत कराया गया। इसमें साइबर अपराधों की जाँच, तकनीकी साक्ष्य संग्रह, डाटा एनालिसिस और आधुनिक साइबर टूल्स के प्रयोग से सम्बन्धित विशेष प्रशिक्षण की महत्ता बताई गई, ताकि कर्मी अधिक दक्षता व तत्परता के साथ शिकायतों का निस्तारण कर सकें।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिस बल एवं जनता, दोनों को जागरूक और सतर्क रहना आवश्यक है । उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि सभी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति संवेदनशील बनाएं ।

