
सहारनपुर की पटाखा फैक्ट्री आज हुए भीषण विस्फोट में हुई 3 की हुई मौत मृतकों के उड़े चीथड़े कई लापता
नाराज परिजनों ने जाम किया हाइवे दो मृतकों की हुई पहचान मृतकों के दूर दूर तक फैले चीथड़े
मुजीब खान/उदय यादव
सहारनपुर / उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में के थाना देवबंद क्षेत्र के ग्राम निहाल खेड़ी में आज सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में जोरदार विस्फोट हो जाने से 3 लोगों की मौत की मौत की पुष्टि हुई जबकि विस्फोट के कारण बिल्डिंग पर तरह नेस्तनाबूद हो गई और मरने वालो के शरीर के चीथड़े दूर दूर तक फैले दिखाई दे रहे घटना में अभी सिर्फ तीन के मरने की पुष्टि के साथ अन्य लोगो के हताहत होने की संभावनाएं प्रबल है। विस्फोट के समय फैक्ट्री में 10 से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाके की आवाज 2 किलोमीटर तक सुनाई दी और धरती कांप उठी, जैसे भूकंप आया हो। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है, जिनकी तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि, यह अवैध पटाखा फैक्ट्री थी। हादसे के बाद परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर हाईवे पर जाम लगा दिया। उनका आरोप है कि, प्रशासन की लापरवाही और लाइसेंस से ज्यादा बारूद रखने के कारण यह हादसा हुआ।ग्रामीणों ने बताया कि, हादसे से ठीक 10 मिनट पहले फैक्ट्री का मालिक अचानक चला गया था। जिससे साजिश की आशंका भी जताई जा रही है। वहीं हादसे के तुरंत बाद मालिक फरार हो गया है। विस्फोट में मरने वाले तीन लोगों दो युवकों की पहचान राहुल उर्फ काका व विकास के रूप में हुई है जबकि तीसरे की शिनाख्त अभी नहीं हो पाई दोनों मृतक क्षेत्रीय निवासी है।
पुलिस और प्रशासन मौके पर मौजूद
डीएम मनीष बंसल और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है, और विस्फोट के कारणों की जांच की जा रही है। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां भी आग पर काबू पाने के लिए मौके पर मौजूद हैं। इस हादसे ने प्रशासन की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार अवैध पटाखा फैक्ट्रियों की शिकायतें की गई थीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब प्रशासन लाइसेंस और बारूद की मात्रा की जांच कर रहा है।
दो घण्टे बाद आने वाली थी 20 से अधिक लड़कियां
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विस्फोट सुबह 6:30 बजे हुआ। अगर यही दुर्घटना 2 घंटे बाद होती तो 8:00 बजे यहां बड़ी संख्या में आसपास के गांव की लड़कियां और महिलाएं काम करने के लिए पहुंचने वाली थी। ऐसे में यह और भयंकर दुर्घटना हो सकती थी। अभी तक तीन लोगों के मरने की पुष्टि हुई है जबकि जाम लगाने वाले ग्रामीणों का कहना है कि दुर्घटना के समय फैक्ट्री के अंदर कम से कम 9 लोग थे। ग्रामीण इन सभी की मौत होने की आशंका बता रहे हैं लेकिन अभी तक इंतजार में कोई जानकारी नहीं मिली है जिला प्रशासन का कहना है की मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका इसलिए नहीं है क्योंकि बाकी अन्य को ज्यादा गंभीर चोटे नहीं आई हैं। मरने वालों के नाम विशाल, विकास और राहुल बताए जा रहे हैं। तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनके नाम नफीस, कासिम और नदीम बताए गए हैं।
बदायूं में भी हो चुका ऐसा हादसा दो की हुई थी मौत
इसी माह बीते सप्ताह जनपद बदायूं में भी एक घर में रखी आतिशबाजी में हुए विस्फोट के कारण दो लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें मृतक उमेश के घर में आतिशबाजी रखी उसी जिसकी मौत के साथ पड़ोसी मनोज नामक व्यक्ति की भी मौत हों गई यही फिर प्रशासन नहीं चेता था इस समय शादियों के सीजन के चलते जगह जगह लोग आतिशबाजी का भंडार कर रहे है जिसके कारण यह हादसे हो रहे है यदि प्रशासन बदायूं की घटना से संज्ञान लेता तो आज यह सहारनपुर में बड़ा हादसा नहीं होता ।

