
डेंगराही चिड़ैया सड़क जर्जर, आवाजाही में हादसे की आशंका
सहरसा (बिहार)
सहरसा।जिले के सलखुआ प्रखंड के पूर्वी कोसी तटबंध के भीतर दियारा क्षेत्र के डेंगराही कोसी नदी घाट से चिड़ैया मुख्य पक्की सड़क जर्जर होकर बदहाल है। जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में हादसे की आशंका लगी रहती है। जर्जर सड़क के कारण कई ऑटो दुर्घटना के शिकार भी हो चुके हैं। वर्ष 2021 में आई बाढ़ से सड़क जर्जर एवं बेलाही गाँव के समीप पुल ध्वस्त हो गया था।अनुरक्षण अवधि में ही सड़क व पुल ध्वस्त हो गया था। पुल का निर्माण तो हो रहा है लेकिन सड़क की मरम्मति नहीं होने से लोगों को आवाजाही में पेरशानी होती है। प्रगति यात्रा के दौरान सीएम के डेंगराही कोसी नदी घाट पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण स्थल का जायजा लेने की सूचना पर डेंगराही चिड़ैया सड़क की मरम्मति शुरू की गई थी। लेकिन प्रगति यात्रा संपन्न होते ही मरम्मति कार्य थम गया।सड़क मरम्मति कार्य नहीं होने से आवाजाही में दियारावासी को दुर्घटना की आशंका लगी रहती है। इस सड़क मार्ग पर बेलाही गांव के समीप पुल का निर्माण चल रहा है।चिड़ैया सड़क की जर्जर स्थिति के कारण चलना मुश्किल हो रहा है। वर्ष 2021 में आई बाढ़ से ध्वस्त पुल के स्थान पर नया पुल निर्माण हो रहा है। लेकिन सड़क पक्कीकरण नहीं किया गया है। जिससे दियारा वासी को खगड़िया और सहरसा आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि डेंगराही कोसी नदी घाट के समीप सड़क निर्माण से संबंधित लगे बोर्ड पर डेंगराही से चिड़ैया प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना बोर्ड में कार्य प्रारंभ की तिथि 4 दिसम्बर 2017 एवं कार्य समाप्ति की तिथि 3 दिसम्बर 2018 अंकित है। 8.622 किमी लंबी सड़क निर्माण के लिए प्राक्कलित राशि 5 करोड़ 63 लाख 80 हजार 343 रूपये एवं पांच वर्षीय अनुरक्षण राशि 33 लाख 50 हजार 805 रूपया अंकित है। ग्रामीणों ने बताया कि पांच वर्षीय अनुरक्षण अवधि में ही वर्ष 2021 में बेलाही गांव के समीप सड़क व पुलिया ध्वस्त हो गया था। ग्रामीण रामभरोस महतो, रोहित चौधरी, देवेन्द्र यादव, लक्ष्मी यादव, राजेश चौधरी, राहुल यादव आदि ने बताया कि जर्जर सड़क के पक्कीकरण नहीं होने से लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन व विभाग से सड़क की मरम्मति कराने की मांग की है। हर वक्त हादसे की आशंका रहती है।

