
बरेली में बंदरों का आतंक : बंदरों के झुंड ने हमला करके बुजुर्ग को छत से नीचे फेंका हुई दर्दनाक मौत
मुजीब खान
बरेली / अभी तक सड़क चलते लोगो के लिए आवारा गौवंश काल का रूप धारण किए हुए थे जिनके हमले में दर्जनों लोग घायल हो कर अस्पताल पहुंच चुके और कई की मौत हो चुकी है अभी इन गौवंश की समस्या का समाधान हो नहीं पाया एक नई मुसीबत बंदरों के रूप में सामने आकर खड़ी हो गई लगातार बढ़ रही बंदरों की संख्या ने नगर वासियों का जीना मुहाल कर रखा इनके हमले में कई लोग घायल हो चुके है आज तो इन बंदरों के झुंड ने छत पर बैठे एक बुजुर्ग पर अचानक हमला कर दिया और बुजुर्ग को छत से नीचे गली में फेंक दिया जिससे गंभीर घायल हुए बुजुर्ग को तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया बुजुर्ग की मौत से कालोनीवासियों में रोष व्याप्त है ।
आपको बता दें कि कालीबाड़ी के रहने वाले 62 वर्षीय जगदीश सरन के मकान की दूसरी मंजिल पर उनकी पत्नी कपड़े सुखा रही थी तभी अचानक उनकी पत्नी पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। पत्नी की चिल्लाने की आवाज सुनकर छत पर पहुंचे जगदीश सरन ने बंदरों के झुंड को भगाने की कोशिश की। वहीं एक बंदर का पैर रेलिंग में फंस गया, वो बंदर के पैर को रेलिंग से निकालने के लिए पहुंचे तभी सभी बंदरों ने जगदीश सरन पर हमला कर दिया।
बंदरों के हमले से बुजुर्ग रेलिंग से नीचे गली में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। बुजुर्ग के परिजन गंभीर हालत में इलाज के लिए उनको अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद कॉलोनी के लोगों में बंदरों को लेकर काफी रोष देखा गया। लोगों का कहना है कि काफी कहने के बाद भी नगर निगम के लोगों ने बंदरों को पकड़ा नहीं है। जिससे आए दिन छोटे बड़े हादसे होते रहते हैं, सभी की मांग है कि जल्द से जल्द बंदरों को पकड़ा जाये। अपर नगर स्वास्थ अधिकारी डॉक्टर नैन सिंह ने बताया कि बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है , कालीबाड़ी टीम भेजकर बंदरों को पकड़वाया जाएगा।

