Monday, December 15

शाहजहांपुर।कांस्टेबल के मौत के बाद शुरू हुई कार्यवाही में भारी मात्रा में प्रबंधित चाइनीज मांझे के साथ तीन लोग गिरफ्तार

कांस्टेबल के मौत के बाद शुरू हुई कार्यवाही में भारी मात्रा में प्रबंधित चाइनीज मांझे के साथ तीन लोग गिरफ्तार

मुजीब खान

शाहजहांपुर/ विगत शनिवार को महानगर के कोतवाली क्षेत्र में पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल शाहरुख की बाइक द्वारा जिला अस्पताल जाते समय अजीजगंज में चाइनीज मांझे में उलझ कर दर्दनाक मौत के बाद प्रशासन जाग गया और चाइनीज मांझे के खिलाफ अभियान शुरू करते हुए कोतवाली पुलिस ने कई जगह छापेमारी करते हुए भारी मात्रा में प्रतिबंधित चाइनीज मांझे को ले जाते हुए तीन लोगो को गिरफ्तार किया है उनके पास से भारी मात्रा में चाइनीज मांझा भी बरामद किया गया है ।

पुलिस के अनुसार चाइनीज मांझा ले जाने वाले तीन लोगो जिनमें जहांगीर पुत्र शौकत अली, उम्र करीब 35 वर्ष निवासी मौहल्ला मौहम्मद जई थाना कोतवाली जनपद शाहजहाँपुर इजहार पुत्र शौकल अली, उम्र करीब 37 वर्ष निवासी मौहल्ला मौहम्मद जई थाना कोतवाली जनपद शाहजहाँपुर व मौहम्मद इरशाद पुत्र आगाज हुसैन, उम्र करीब 57 वर्ष निवासी मौहल्ला खलील गर्वी थाना कोतवाली जनपद शाहजहांपुर को मोहल्ला नगर निगम कार्यालय ककरा पुल के पास रोड पर से तीन प्लास्टिक के कट्टो में 33 चकरी प्रतिबन्धित मांझा वजन करीब 46 किलो 750 ग्राम, तीन प्लास्टिक के डिब्बे प्रतिबन्धित माझा व जामा तलाशी से बरामद तीन सफेद कागजो में अभियुक्त वार मिले रूपये कुल 2710/-रूपये के साथ गिरफ्तार किया गया।

इससे पहले भी हुई घटनाएं और हुई थी कार्यवाही

आकाश में उड़ती पतंगों के साथ प्रयोग किए जाने वाला चाइनीज मांझा इंसानों के साथ परिंदों के लिए भी जान लेवा साबित हो रहा है विगत दिवस पुलिस कांस्टेबल की इसी मांझे में उलझ कर दर्दनाक मौत के बाद पुलिस प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू कर दी है हालांकि न तो यह कार्यवाही नई और मांझे के शिकार होने की घटना नई है हर वर्ष इसी मांझे की चपेट में आकर दर्जनों लोग घायल हो चुके है लेकिन इस बार एक मौत भी हो गई और वह भी पुलिस कर्मी लेकिन कुछ दिन कार्यवाही के बाद कार्यवाही खत्म हो जाती है और पकड़े जाने वाले लोगो सत्ता इत्यादि का जलवा दिखा कर बरी हो जाते है और भारी मुनाफे के कारण इस उड़ती हुई मौत की बिक्री शुरू कर देते है इस मांझे में उलझ कर सैकडो पक्षी अपनी जान गवां चुके है इस लिए इस पर प्रतिबंध लगाना बेहद जरूरी है ।

भारी मुनाफा कमाते है इस लिए करते है बिक्री

उत्तर प्रदेश का जनपद बरेली मांझे और पतंगे बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में प्रसिद्ध है लेकिन जबसे इस चयनिज मांझे ने बाजार में दस्तक दी है तबसे बरेली के मांझा बनाने वालो का धंधा चौपट हो गया है एक मांझा कारीगर ने बताया कि हम लोगो द्वारा जो मांझा तैयार किया जाता था उसमें कोई प्राण घातक वस्तु का प्रयोग नहीं किया जाता था किंतु इस मांझे में प्लास्टिक मिलाई जाती है जिसके कारण इसके उलझने से सीधा कट जाता है हमारे मांझे में लागत काफी आती थी इस लिए हमारा माझा इससे महंगा होता था इस लिए दुकानदारों ने इसे अपना लिया है उन्होंने बताया कि थोक में 40 रुपए में मिलने वाली चरखी 120 रुपए की बेची जाती है जिससे दुकानदार तिगुना मुनाफा कमाने के चक्कर में दूसरों को जान जोखिम में डाल रहे इसकी बिक्री पर तत्काल प्रतिबंध लगना चाहिए

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