Monday, December 15

हरदोई में 6 महिला सिपाहियों के फोन पर अश्लील फोटो भेजने वाला निकला कांस्टेबल एसपी ने किया निलंबित

हरदोई में 6 महिला सिपाहियों के फोन पर अश्लील फोटो भेजने वाला निकला कांस्टेबल एसपी ने किया निलंबित

बोला बैंक से लोन लिया था उसकी किस्त भरने को किया ऐसा गन्दा काम

मुजीब खान

हरदोई / जनपद में तैनात छह महिला पुलिस कांस्टेबलों के मोबाइल पर उनकी अश्लील तस्वीरें भेजकर रुपए की मांग करने और नहीं देने पर सार्वजनिक करने की धमकी देने वाला पुलिस विभाग का कांस्टेबल विनय कुमार निकला एसपी ने प्रथम दृष्टया उसे दोषी मानते हुए उसपर निलबंन की कार्यवाही करते हुए विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए है । फिलहाल उस पर मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया गया है।

जनपद में तैनात एक महिला सिपाही ने परेशान होकर साइबर थाने में एफआइआर दर्ज कराई। जांच में सत्यता सामने आने पर एसपी नीरज कुमार जादौन ने आरोपित सिपाही को निलंबित कर दिया। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। महिला सिपाही ने तहरीर देकर बताया कि एक व्यक्ति ने उसके वाट्सएप नंबर पर उसकी अश्लील फोटो बनाकर भेजी, इसके बाद रुपयों की मांग करने लगा।

जांच के दौरान वह नंबर कासिमपुर थाने में तैनात सिपाही विनय कुमार का निकला। विनय मूल रूप से गोंडा जिले का निवासी है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो बताया कि उसने बैंक से लोन लिया था, जिसकी समय से किस्त नहीं दे पा रहा था। इसी के चलते उसने महिला सिपाहियों की अश्लील फोटो बनाकर वाट्सएप नंबरों पर भेजकर रुपये की मांग करता रहा। एक-एक कर उसने छह महिला सिपाहियों को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया। सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने बताया कि एसपी ने मामले को संज्ञान में लेकर सिपाही को निलंबित कर दिया है।

अब पुलिस को साक्ष्य जुटाने में कोई परेशानी होगी और न ही घटना की जांच में देरी। नए कानून के बाद बदली व्यवस्था से सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर ने अपने मोबाइल में ई-साक्ष्य एप डाउनलोड कर लिया है, जिससे किसी घटना की जांच के समय उन्हें बिना देरी से एप में ही फोटो आदि को मौके पर ही खींच कर एप में डाल लेंगे। जोकि उनकी बाद में जांच के काम आएंगी।

घटना कोई भी हो, पुलिस को साक्ष्य जुटाने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। किसी फील्ड यूनिट को बुलाना पड़ता है तो कभी फोटो, वीडियो के लिए किसी कर्मचारी को लगाना पड़ता था। पर अब ऐसा नहीं होगा।

एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि हर पुलिस कर्मी के मोबाइल में ई-साक्ष्य एप डाउनलोड कराया गया है, जिसमें जिले में तैनात 25 निरीक्षक, 314 उपनिरीक्षक, 255 मुख्य आरक्षी, 762 आरक्षी और 275 महिला आरक्षी सभी ने मोबाइल में इस एप को डाउन लोड कर लिया है। घटना की जांच या सूचना मिलने पर जब भी पुलिस कर्मी जाएंगे। तो मौके के फोटो, वीडियो आदि सभी इसी एप में करेंगे,जोकि उनकी जांच में आगे काम आएंगे।

बैंक लोन की किस्त अदा करने को किया गंदा काम

गिरफ्तार सिपाही से जब महिला सिपाही को अश्लील फोटो भेजने और ब्लैक मेल करने के विषय में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने बैंक से लोन लिया था जिसकी किस्त भरने को पैसे की आवश्यकता पड़ रही थी इस लिए उसने यह कदम उठाया उसने स्वीकार किया कि उसके द्वारा अब तक छह महिला कांस्टेबल को निशाना बनाया है जिसमें कई से वह रुपए भी वसूल चुका है ।

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