Tuesday, December 16

शाहजहांपुर में यातायात माह समापन समारोह संपन्न, उत्कृष्ट योगदान देने वाले संस्थानों व पुलिस कर्मियों को किया गया सम्मानित

शाहजहांपुर में यातायात माह समापन समारोह संपन्न, उत्कृष्ट योगदान देने वाले संस्थानों व पुलिस कर्मियों को किया गया सम्मानित

जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने सड़क सुरक्षा जागरूकता को दिया बढ़ावा, शिक्षकों व नागरिकों से अनुशासन अपनाने की अपील

 शाहजहांपुर। योगेंद्र यादव 

जनपद की पुलिस लाइन में यातायात माह समापन समारोह का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने यातायात जागरूकता माह के दौरान उत्कृष्ट सहभागिता व सहयोग प्रदान करने वाले विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, स्वयंसेवी संगठनों तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया।

समारोह में वीडीएफ स्कूल, एस.के. पब्लिक स्कूल, जी.आई.सी. स्कूल, आकांक्षा स्कूल, जनता इंटर कॉलेज तथा सुदामा स्कूल सहित अनेक विद्यालयों को यातायात जागरूकता कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही व्यापार मंडल, सहयोग संस्था, वर्क संस्था, मानवता वेल्फेयर जैसे स्वयंसेवी संगठनों को भी जागरूकता अभियान में महत्वपूर्ण योगदान हेतु सम्मानित किया गया।

यातायात पुलिस के कर्मचारी मुख्य आरक्षी ओवेन्द्र, मुख्य आरक्षी योगेन्द्र तथा मुख्य आरक्षी कोमल को यातायात व्यवस्था, जागरूकता एवं प्रवर्तन कार्यों में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही नागरिक पुलिस के थाना प्रभारियों—कोतवाली, सदर बाजार, रामचन्द्र मिशन, पुंवाया, सिंधौली तथा गढ़िया रंगीन—को भी यातायात माह के दौरान उत्कृष्ट कार्य संपादन हेतु सम्मान से नवाज़ा गया।

कार्यक्रम का उद्देश्य जिले में सुरक्षित यातायात की भावना को सुदृढ़ करना तथा समाज के विभिन्न वर्गों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा। समारोह के दौरान मुख्य अतिथि ने सभी प्रतिभागियों को जागरूकता के इस अभियान को निरंतर जारी रखने का संदेश दिया।

जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज भी बड़े पैमाने पर लोग यातायात नियमों को जानते हुए भी उनका पालन नहीं करते, जो उनके जीवन एवं सुरक्षा के लिए अत्यंत हानिकारक है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यातायात नियमों का पालन करना केवल कानूनी आवश्यकता नहीं, बल्कि जीवन की रक्षा का मूल मंत्र है। दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट और चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य रूप से अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि जनपद में सर्वाधिक दुर्घटनाएं दो पहिया वाहनों से संबंधित हैं, इसलिए इस वर्ग को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

जिलाधिकारी ने शिक्षकों से विशेष रूप से अनुरोध किया कि वे विद्यालयों में बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी अवश्य दें। उन्होंने कहा कि बच्चों पर शिक्षकों की बात का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है, इसलिए यदि विद्यालय स्तर पर यातायात अनुशासन का संस्कार दिया जाए, तो समाज में व्यापक बदलाव लाया जा सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों के मन में यह दृढ़ता से स्थापित किया जाए कि बिना हेलमेट दो पहिया वाहन तथा बिना सीट बेल्ट चार पहिया वाहन न चलाया जाए। उन्होंने यह भी अपील की कि प्रत्येक परिवार अपने घरों में बच्चों एवं सदस्यों को यातायात नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित करे।

जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षकों को सप्ताह में कम से कम एक बार बच्चों को नई सीख अवश्य देनी चाहिए, जिससे उनका सिविक सेंस विकसित हो तथा वे समाज में जागरूक नागरिक के रूप में अपनी भूमिका निभा सकें। उन्होंने यह भी कहा कि शहर की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए केवल प्रशासन ही नहीं, बल्कि नागरिकों की सहभागिता भी अत्यंत आवश्यक है।

इस अवसर पर एसपी सिटी देवेंद्र कुमार, एसपीआरए दीक्षा भंवरे, क्षेत्राधिकारी यातायात संजय कुमार सिंह, यातायात पुलिस निरीक्षक विनय कुमार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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