स्वास्थ्य सेवाएँ दाँव पर: भानीपुर (दुर्गागंज) की जर्जर सड़क बनी अभिशाप।
शरद बिंद/ भदोही।
दुर्गागंज क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) भानीपुर (दुर्गागंज) के बगल से होकर गुजरने वाली और ठाकुर हरिजन बस्ती को नई बस्ती, दुर्गागंज बाजार व नहर मार्ग से जोड़ने वाली अति-महत्वपूर्ण सड़क दशकों से उपेक्षा का शिकार है। यह सड़क कई ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्य बाजार और स्वास्थ्य केंद्र से जोड़ती है, लेकिन इसकी बदहाली ने पूरे क्षेत्र के लिए गंभीर संकट खड़ा कर दिया है।
सड़क की स्थिति इतनी दयनीय है कि यह अब सड़क कम और ऊबड़-खाबड़ पगडंडी अधिक लगती है। जगह-जगह गहरे गड्ढे, कंक्रीट और मिट्टी के ढेरों ने इसे आवागमन के लिए अत्यंत जोखिमपूर्ण बना दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि वर्षों से इस सड़क पर किसी भी प्रकार का कोई बड़ा कार्य नहीं कराया गया है, जबकि जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी इसी रास्ते से आते-जाते रहे हैं।
इस जर्जर सड़क का सबसे बुरा प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों पर पड़ रहा है। आपातकाल में, जब समय जीवन और मृत्यु का अंतर पैदा करता है, तब यह सड़क एम्बुलेंस सेवाओं के लिए एक बड़ी बाधा बन जाती है।
स्थानीय निवासियों और स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने बताया कि सड़क की खराब हालत के कारण एम्बुलेंस (102 और 108) सेवाएं अस्पताल तक पहुंचने में कठिनाई महसूस करती हैं, जिससे कई बार मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में अनावश्यक देरी होती है। गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार मरीजों को विशेष रूप से परेशानी झेलनी पड़ती है, और कभी-कभी तो उन्हें चारपाई या बाइक पर लिटाकर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से वे स्थानीय प्रतिनिधियों और प्रशासन से सड़क निर्माण या मरम्मत की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी मांग को लगातार अनसुना किया गया है। यह सड़क केवल स्वास्थ्य केंद्र ही नहीं, बल्कि ठाकुर हरिजन बस्ती सहित कई गांवों को जोड़ती है, जिससे किसानों, स्कूली छात्रों और दैनिक मजदूरों का आवागमन भी प्रभावित होता है।
क्षेत्रीय लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि विकास और संपर्क मार्गों की बड़ी-बड़ी बातें करने वाली सरकारों और प्रतिनिधियों के दावों की पोल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बगल से गुजरने वाली यह जर्जर सड़क खोल रही है।
स्थानिय संदीप सिंह अनुज शुकला विशाल सिंह रोहित सिंह अरविन्द शैलेश आदि ने एक स्वर में प्रशासन और संबंधित विभाग से मांग की है कि जनहित को देखते हुए इस अत्यंत महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण कार्य तत्काल शुरू कराया जाए। उनका कहना है कि स्वास्थ्य सेवाएं किसी भी समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए, और अस्पताल तक पहुंचने का मार्ग अवरुद्ध रहना एक अक्षम्य प्रशासनिक लापरवाही है। यदि जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन और ‘सड़क नहीं तो वोट नहीं’ जैसे अभियान चलाने के लिए मजबूर होंगे।

