Wednesday, December 17

जौनपुर।तहसील बदलापुर में मानवीयता की मिसाल बनते देखे गए तहसीलदार योगेंद्र पांडेय

तहसील बदलापुर में मानवीयता की मिसाल बनते देखे गए तहसीलदार योगेंद्र पांडेय

जौनपुर ब्यूरो।

जौनपुर। जिले में 03 अक्टूबर शनिवार को बदलापुर तहसील के समाधान दिवस पर आज तहसीलदार ‘योगेंद्र कुमार पांडेय’ का मानवीय चेहरा आया सबके सामने।

बताते चलें कि एक गरीब महिला की छोटी सी परेशानी ने न सिर्फ प्रशासनिक गंभीरता दिखाई बल्कि तहसील परिसर में मौजूद सभी लोगों का दिल भी जीत लिया।

दरअसल, भलुवांही गांव की एक महिला अपने प्रार्थना पत्र में शिकायत लेकर तहसील दिवस पर पहुंची। उसने बताया कि उसका ‘फावड़ा बगल के व्यक्ति ने जबरन छीन लिया’ और जब वह थाने पर शिकायत लेकर गई तो पुलिस दिलवा देने के आश्वासन के बावजूद भी उसे अब तक फावड़ा वापस नहीं मिला।

महिला की व्यथा सुनकर तहसीलदार ने पूछा, “आप क्या चाहती हैं — उस व्यक्ति पर कार्रवाई हो या फावड़ा मिल जाए?”

महिला बोली, “साहब, बस फावड़ा मिल जाए… पशुओं का गोबर उठाने में बहुत दिक्कत होती है।”

तुरंत तहसीलदार पांडेय ने मुस्कुराते हुए पूछा — “कितने का आता है फावड़ा?”

पास खड़े लोगों ने बताया — “लगभग डेढ़-दो सौ रुपये का।”

यह सुनते ही ‘तहसीलदार योगेंद्र कुमार पांडेय ने अपने बटुए से खुद दो सौ रुपये निकालकर महिला को दे दिए, और कहा —

“अगर इस फावड़े के लिए आदेश करवाता, तो तुम्हें दौड़-धूप में इससे ज्यादा खर्च करना पड़ता। अब जाओ, नया फावड़ा खरीद लो और बाकी समय अपने जरूरी काम में लगाओ।”

महिला की आंखों में खुशी और कृतज्ञता झलकते देखी गई। इस दृश्य को सभागार में मौजूद सैकड़ों से अधिक की संख्या में लोगो, एंव हर विभाग के क्रमचारी गण अधिवक्ता गण, आदि देखते हुए प्रसन्न होकर सरहना करते देखे गए, तहसीलदार योगेंद्र कुमार पाण्डेय की ‘मानवीय व संवेदनशील रवैये’ की तहसील में हर लोग सराहना करते सुने जा रहे थे।

तहसील परिसर में यह छोटा सा वाकया बड़ी सीख बन गया- ‘प्रशासनिक पद पर संवेदना भी उतनी ही जरूरी है जितनी जिम्मेदारी।’ बदलापुर तहसीलदार योगेंद्र कुमार पांडेय का यह नेक कार्य पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।

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