
आजमगढ़। संतन के संग लागि रे, तेरी बिगड़ी बनेगी
आजमगढ़ । राम जानकी मंदिर मुस्लिमपट्टी में नव दिवसीय संगीतमयी रामकथा का शुभारंभ सत्य प्रकाश तिवारी ने ध्वनि विस्तारक यंत्रों के बीच विधिवत वैदिक मंत्रों से पूजन अर्चन के साथ किया ।संगीतमयी रामकथा का श्रवण पान कर श्रोता निहाल हो गये।भक्ति रस की अविरल धारा प्रवाहित हो चली। व्यास पीठ से पंडित शिवानंद शास्त्री ने कहा कि कलयुग में राम नाम वह कुल्हाड़ी है जों सारे पापो का विनाश करता है। राम का नाम अमृत पान के सामान है।जो जीवन को अमर और सुखद बनाता है। उन्होंने ने कहा कि राम केवल नाम नहीं बल्कि जन जन के कंठाहार है। मन प्राण जीवन के आधार है। उन्होंने राम शब्द की व्याखया करते हुए कहा कि रा , ज्ञान प्रकाश और उर्जा का संचार करता है और मा, पोषण प्रेम और अस्तित्व आयाम का प्रतीक है।’सठ सुधरहि सत संगति पाईं; सतसंगत हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। अज्ञानता मिटाकर सद् मार्ग की लें जाता है। ” संतन के संग लागि रे, तेरी बिगड़ी बनेगी; पर भक्त जन झूम उठे। आर्गन पर राहुल तिवारी, तबला पर बाल कृष्ण पांडेय और झाल पर संगत संजय पाण्डेय ने किया। संचालन विजय बहादुर राय ने किया।
इस अवसर पर महंत शीतला दास अभिषेक पाण्डेय, प्रमोद उपाध्याय, कमलाकांत उपाध्याय, वैद्य उमेश चन्द्र पाठक आदि लोग मौजूद रहे।
