
घटना स्थल से 6 किलोमीटर दूर मिले कल गंगा में डूबे राजस्थान के दोनों किशोरों के शव दोनों तहेरे भाई है।
बदायूं ।राजस्थान के भरतपुर से ट्रैक्टर ट्राली से अस्थि विसर्जन को आए लोग कल नहाते समय कछला घाट पर गंगा नदी में डूब गए थे जिसमें चार लोगों स्थानीय गोताखोरों ने कड़ी मेहनत के दम पर जीवित अवस्था में बाहर निकाल लिया था जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है इसी के साथ दो सगे तहेरे भाइयों का सुराग नहीं लगा था जिनकी तलाश की जा रही थी आज तलाश के दौरान घटना स्थल से करीब 5 किलोमीटर दूर दोनों के शव गोताखोरों को मिल गए दोनों के शव मिलने के बाद परिवार में कोहराम मच गया पुलिस ने दोनो शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
जानकारी के अनुसार विगत दिवस सोमवार की सुबह राजस्थान के भरतपुर जिले के चिटसाना थाना क्षेत्र के गांव पीरनगर निवासी परिवार के 35 लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली से कछला घाट आए थे। यह लोग परिवार के बुजुर्ग अमरीश की अस्थियों का विसर्जन करने के बाद गंगा स्नान करने लगे। इसी दौरान सुमित 17 पुत्र विजय सिंह, सुमीर 16 पुत्र रामवीर के साथ ही गौरव 21 दीवान 17 मोनू 18 और राजरानी 17 गहरे पानी में चले गए। उनको डूबता देखकर परिवार के लोग शोर मचाने लगे। शोर सुनकर नाविक और गोताखोरों ने मोनू, राजरानी, गौरव और दीवान को बाहर निकाल लिया। चारों का प्राथमिक उपचार कराया गया तो उनको होश आया। वहीं सुमित और सुमीर को गोताखोर नहीं तलाश पाए थे। मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार मलिक ने इसकी जानकारी एसडीएम को दी।
एसडीएम ने मुरादाबाद से एसडीआरएफ की टीम बुलाई। यह टीम देर रात तक दोनों की तलाश में जुटी रही। मंगलवार सुबह दोनों किशोरों की तलाश दोबारा शुरू की गई। इस दौरान कछला घाट से करीब छह किमी दूर गोताखोरों ने दोनों के शव बरामद कर लिए। शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। सुमित और सुमीर चचेरे-तहेरे भाई थे। सुमित 11 वीं और सुमीर 12 वीं का छात्र था। परिजनों ने बताया कि विजय सिंह की चार संतानों में सुमित सबसे छोटा था। अमित और भोला उससे बड़े हैं। बहन पिंकी है। वहीं सुमीर दो भाइयों में सबसे बड़ा था। छोटा भाई करन भी साथ था, लेकिन गंगा स्नान के दौरान वह घाट पर ही रहा।

