
सीबीआई की पूछताछ में पीएनबी प्रबन्धक ने स्वीकारा न कैश न आनलाइन चैक और विड्रॉल से लेते थे रिश्वत
पीएनबी में रिश्वत का लिया पैसा अधिकारियों तक जाता था नप सकती है कई और की गर्दन
मुजीब खान/उदय यादव
बदायूं / मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना युवा स्वरोजगार योजना के तहत बेरोजगारी दूर करने के उद्देश्य से बेरोजगारों को ब्याज रहित लोन उपलब्ध करा कर उनको स्वरोजगार बनाने की योजना को पूर्ण रूप से पारदर्शी रखा गया लेकिन इस योजना में बैंकों द्वारा सेंध लगाने का कार्य किया जा रहा है बिना रिश्वत के बैंकों द्वारा लोन पास नहीं किया जा रहा है जिसमें विगत दो दिन पूर्व जनपद बदायूं के एक लाभार्थी द्वारा इसकी शिकायत सीबीआई से की गई थी जिस पर सीबीआई द्वारा रेड डालकर बदायूं के कस्बा सहसवान की पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबन्धक और एक कर्मचारी को लोन के नाम पर 38 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था जिसमें पूछताछ के दौरान चौंकाने वाले तथ्य सामने आए है ।
सीबीआई पूछताछ में शाखा प्रबन्धक ने बताया कि लोन के नाम पर ली जाने वाली रकम उसके द्वारा न तो नगद ली जाती थी और न ही आन लाइन इसके लिए वह लाभार्थी से चेक या विड्रॉल फॉर्म के जरिए पैसा लेते थे शाखा प्रबन्धक ने स्वीकार किया कि लिया गया पैसा वह बैंक एवं विभाग के अधिकारियों तक भी पहुंचाता था जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीआई अभी और लोगो की गिरफ्तारी कर सकती है जिसमें बैंक के वरिष्ठ अधिकारी और उद्यमिता विभाग के अधिकारी भी शामिल हो सकते है
उसने बताया चेक या विड्रॉल से पैसा इसलिए लिया जाता था कि शिकायतकर्ता लाख चिल्लाता रहे लेकिन कहीं भी उसका आरोप सही साबित न हो सके।
अब हो कुछ भी कितने भी अधिकारियों की गिरफ्तारी हो लेकिन एक बात सच साबित हो गई कि बैंक में लोन लेना है या लिमिट बनवानी हो या फिर के वाई सी करवानी हो बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता खैर यह तो एक जनपद की एक बैंक का मामला है जबकि योजना प्रदेश के सभी जिलों और सभी बैंकों में चलाई जा रही है ।

