
भाजपा द्वारा‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को लेकर की गई चार बैठकें, जनप्रतिनिधियों ने बताया समय की मांग
जौनपुर।जिले में बुधवार को ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को लेकर भाजपा जौनपुर संगठन द्वारा चार स्थानों पर बैठकों का आयोजन किया गया। इन बैठकों में सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और एक स्वर में इस चुनावी सुधार को भारत की लोकतांत्रिक मजबूती और आर्थिक प्रगति के लिए जरूरी बताया।
मुंगराबादशाहपुर में जिला पंचायत सदस्य आलोक सिंह की अध्यक्षता में हुई। मुख्य अतिथि अजय शंकर दुबे ने कहा कि भारत में लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग-अलग समय पर कराए जाते हैं, जिससे भारी प्रशासनिक और आर्थिक बोझ पड़ता है। उन्होंने बताया कि 17 दिसंबर 2024 को केंद्र सरकार ने ‘संघ राज्य क्षेत्र विधि विधेयक 2024’ लोकसभा में प्रस्तुत किया, जिसे 269 सांसदों ने समर्थन और 198 ने विरोध किया। फिलहाल यह विधेयक संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के पास विचाराधीन है।
शाहगंज में कौशलेन्द्र पटेल ने रखे विचार
शाहगंज में आयोजित बैठक में विधान परिषद सदस्य कौशलेन्द्र सिंह पटेल ने कहा कि ‘एक देश, एक चुनाव’ अब सिर्फ विचार नहीं, बल्कि राष्ट्रीय आवश्यकता बन चुका है। बार-बार होने वाले चुनावों से विकास कार्य बाधित होते हैं और देश के संसाधनों पर अनावश्यक दबाव पड़ता है।
मल्हनी में आर्थिक दृष्टिकोण से उठाया मुद्दा
मल्हनी विधानसभा क्षेत्र के गुलाबी देवी महाविद्यालय में राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने कहा कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ एक बड़ा आर्थिक सुधार है। इससे चुनावी खर्च घटेगा, सरकारों को सुधारों पर काम करने का अधिक समय मिलेगा और शासन व्यवस्था अधिक स्थिर होगी।
बदलापुर में दिया गया रोडमैप
बदलापुर विधानसभा में आयोजित बैठक में उत्तर प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने सुझाव दिया कि सभी विधानसभाओं का कार्यकाल 2029 तक बढ़ाकर एक साथ चुनाव कराए जाएं। निकाय चुनावों को इसके 100 दिनों के भीतर संपन्न कराया जाए। उन्होंने कहा कि हंग असेंबली या अविश्वास प्रस्ताव की स्थिति में शेष कार्यकाल के लिए दोबारा चुनाव कराया जा सकता है।
एकीकृत वोटर लिस्ट और आचार संहिता का प्रभाव
विधायक रमेश मिश्र ने निर्वाचन आयोग द्वारा एकीकृत वोटर लिस्ट और आईडी कार्ड की आवश्यकता पर बल दिया। जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने कहा कि बार-बार होने वाले चुनावों से सुरक्षा बलों और सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लंबी खिंचती है और आदर्श आचार संहिता लागू होने से विकास कार्य ठप हो जाते हैं।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुशील मिश्र, सुधाकर उपाध्याय, शनी सिंह, दिलीप शर्मा, बेचन सिंह, प्रदीप जायसवाल, गीता जायसवाल, चंदन शर्मा, प्रबुद्ध दुबे, रागिनी सिंह, मेनका सिंह, महेंद्र बिंद, मुकेश पटेल, संतोष गुप्ता सहित कई जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता और नागरिक मौजूद रहे।

