
भाजपा दलित पिछड़ों को डरा कर राजनीति करना चाहती सांसद के घर हमला भी इसी साजिश में शामिल : अखिलेश
बोले उन्हें धमकी मिल रही है जैसे फूलन देवी को मारा है वैसे ही तुम्हे मारेंगे।
आगरा पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश करी सांसद रामजी लाल सुमन से मुलाकात ।
आगरा / भारतीय जनता पार्टी दलित पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को डरा कर राजनीति करना चाहती है लेकिन उन्हें बाबा साहब के संविधान पर और लोकतंत्र पर पूरा भरोसा है उपरोक्त उदगार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने व्यक्त किए अखिलेश यादव आज आगरा में सपा सांसद रामजीलाल सुमन से मिलने उनके घर गए थे पिछले दिनों करणी सेना द्वारा उनके घर पर हमला किया गया था। उन्होंने जहां करणी सेना को योगी की सेना बताया वही प्रयागराज और आगरा की हालिया घटनाओं का हवाला देते हुए उन्होंने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और समाज में फैलाए जा रहे जहर की निंदा की। जिसका जीता जागता उदाहरण रामजी लाल के घर पर हमला है वह भी इसी साजिश के तहत किया गया।
अखिलेश यादव ने देश के संविधान का जिक्र करते हुए कहा कि बाबासाहेब के संविधान और जो लोकतंत्र में हमें जो अधिकार मिले हैं, उनके तहत हम आगे बढ़ रहे हैं। हमें संविधान और कानून पर पूरा भरोसा है। जिन्होंने तलवार लहराई, जो बहुत सी तैयारियों के साथ आए, जिन्होंने गलियां दी हैं, वे आज भी सोशल मीडिया पर हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। हम लोग कानून मानने वाले हैं। भाजपा कानून को नहीं मानती। वह अधिकार को छीनने वाली है। सरकार पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों को डराना चाहती है, क्योंकि वह जानती है कि पीडीए की ताकत सपा के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि आज सामंतवादी और प्रभुत्ववादी लोगों को पता है कि उनकी सरकार है। मुझे गोली मारने की धमकी मिल रही है कि ‘जैसे फूलन देवी को मारा वैसे तुम्हें मारेंगे’, आखिरकार कौन हैं इनके पीछे? भाजपा के लोग कुछ भी लिख सकते हैं, उन पर न एफआईआर होगी, न ही कोई कार्रवाई होगी।
पुलिस थाने जातिवाद से भरे पड़े है : अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि पुरानी सरकार में कहा जाता था यूपी पुलिस में केवल यादवों की भर्ती हुई है। ऐसी कई फर्जी खबरें चलाई जाती हैं। आज जो आंकड़े हैं वह खबर कहीं नहीं चल रही, आगरा में 48 थाने हैं जिनमें कोई बता सकता है कि कितने पीडीए हैं? मैनपुरी में 15 थाने हैं, उनमें 10 में सरकार के स्वजातीय लोग हैं, महोबा में 11 थाने हैं, छह में सिंह साहब लोग हैं। मनमानी का दौर अब नहीं चलेगा क्योंकि अब बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का संविधान है, संविधान ही सर्वोपरि रहेगा, यह पहले भी था और आगे भी रहेगा। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि प्रयागराज में एक दलित को जलाकर मार दिया गया था क्योंकि उसने एक जाति विशेष के गेहूं काटने से मना कर दिया था। आजाद भारत में ऐसी घटनाएं होंगी? आगरा में कुछ दिनों पहले बारातियों और दूल्हे को घोड़ी से उतार कर मारा गया क्योंकि वे बाबासाहेब का गाना बजा रहे थे। अगर गाना तेज था, उसकी शिकायत कर सकते थे।
योगी की सेना है करणी सेना सरकार कर रही फंडिंग : अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि करणी सेना नहीं ये योगी सेना है, जिसके लिए सरकार से फंडिंग हो रही है। सीएम के स्वजातीय लोगों ने जिस तरह तलवारें लहराईं, वो पिछड़ा, दलित अल्पसंख्यकों को हटाना चाहते हैं। तलवार लहराने पर भी न तो पुलिस ने कोई कार्रवाई की और न ही किसी ने विरोध किया इस तरह के शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति सरकार ने दी थी। उनका इरादा जान लेने का था। ये सब प्रदर्शन सरकार की फंडिंग पर हो रहा है।

