
पहले रंग डालने के बहाने दलित युवती से की अश्लीलता पुलिस ने पकड़ कर छोड़ा तो दबंगो के हौसले हुए बुलंद।
युवती ने एसएसपी से शिकायत कर लगाया आरोप दबंगो ने घर में घुसकर परिजनों को पीटा करी लूटपाट
बोली युवती घायल अस्पताल में भर्ती फिर भी पुलिस नहीं लिख रही मुकदमा नहीं कर रही कार्यवाही
गांव में दहशत का माहौल,दलित घर छोड़कर भागे
बदायूं / होली के दिन पथनारे में गोबर लेकर जा रही एक दलित युवती को गांव के दबंगो ने रंग डालने के बहाने जबरन पकड़ कर करी अश्लील हरकी। बाद में पुलिस से शिकायत पर पुलिस ने पकड़ कर छोड़ दिए जाने से दबंगो के हौसले और बुलंद हो गए और शाम के समय युवती के घर में घुसकर सभी परिवार वालो को जमकर पीटा और लूटपाट करके घर में पत्थर फेंके लेकिन पुलिस ने पीड़ित की एक नहीं सुनी घटना में कई परिजन घायल हो गए जिन्हें अपने आप ले जाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया पीड़ित युवती ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बदायूं को दिए गए प्रार्थना पत्र में आप बीती बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है पूरी घटना को यदि देखा जाए तो इसमें दबंग बदमाशो के हौसले बुलंद होने का मुख्य कारण पुलिस की लापरवाही दिख रही है अब देखना है कि एक दलित परिवार पर अत्याचार करने और पुलिस द्वारा उनकी रक्षा और कार्यवाही करने के बजाए दबंगों के साथ खड़ा होने पर क्या कार्यवाही होगी।जनपद के थाना उसावां अंतर्गत ग्राम म्यारी निवासी राजीव कुमार की पुत्री ने वरिष्ठ पुलिस अध्यक्ष डॉ ब्रजेश कुमार सिंह को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि दिनांक 14 मार्च को वह अपने घर से गोबर लेकर पथनौरे में डालने जा रही थी तभी गांव के वीर बहादुर उर्फ बादल पुत्र महेन्द्र, मोहित पुत्र राम शंकर ने उसका घर से पीछा करते करते रस्ते में उसे घेर लिए और रंग डालने के बहाने उसके प्राइवेट पार्टों के साथ छेड़छाड़ करने लगा और उसके कपड़े भी फाड़ दिए जिसका उसने जब विरोध किया तो दोनों युवक उसे जान से मारने की धमकी देने लगे उसकी चीख पुकार सुनकर उसकी मां गीता देवी पिता राजीव कुमार दादी सुशीला देवी व अन्य लोग आ गए जिस पर दबंग दोनो युवक देख लेने की धमकी देते हुए भाग गए इसकी शिकायत थाना उसावां में करने पर उन्हें पुलिस पकड़ कर ले गई लेकिन थोड़ी देर बाद उन्हें छोड़ दिया जिससे उनके हौसले और बुलंद हो गए और पुनः शाम करीब 4 बजे उक्त दोनों युवक अपने कुलदीप पंकज राम विश्वास के साथ लाठी डंडे और चाकू इत्यादि लेकर उसके दरवाजे पर आकर गालियां देने लगे जिसका उसके चाचा विनोद ने जब विरोध किया तो कुलदीप ने उनको चाकू मारकर घायल कर दिया जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई जिसकी तहरीर उसके भाई विकास द्वारा थाने में दी गई जिस पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की जिसके कारण एंबुलेंस द्वारा उन्हें स्वयं जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा जहां उनका इलाज चल रहा था इसी बीच पुलिस द्वारा कार्यवाही न किए जाने के कारण उनकी दबंगई और बढ़ गई रात करीब 8 बजे चन्द्र पाल पुत्र बेनी (हिस्ट्रीशीटर बदमाश) महेन्द्र पुत्र बेनी, रामशंकर, हरिओम पुत्रगण गंगा सहाय, सुवोध पुत्र रामविलास, सिपटटर पुत्र डोरी, विपिन पुत्र महेन्द्र, पिन्टू पुत्र विश्नू दयाल, लालाराम पुत्र रघुवीर, एसराम पुत्र राम सरन, शिव केश पुत्र चन्द्र पाल वीर बहादुर उर्फ बादल पुत्र महेन्द्र, मोहित पुत्र राम शंकर आदि हांथो में लाठी डण्डे व नाजायज असलाहों के साथ प्रार्थिनी के घर पर चढ़ आये तथा जाति सूचक शब्द चमटटो कहकर गन्दी गन्दी गालियों दी और प्रार्थिनी के घर में घुसकर तोड़फोड़ की तथा प्रार्थिनी की बहन मोनिका के गले की सोने की चैन व मंगल सूत्र व माथे का टीका तथा 16 हजार रुपए नकद बक्से में से लूट लिये। इसके साथ प्रार्थनी को मारा पीटा शोर शराबे पर बचाने आई उसकी बहन मोनिका माता गीता दादी सुशीला देवी चचेरे भाई अमित चाचा रामकुमार को भी बुरी तरह से मारा पीटा प्रार्थिनी की दादी का हांथ टूट गया और चचेरे भाई अमित का सिर फोड़ दिया तथा चाचा राम कुमार के के दांत तोड़ दिये। जिससे दादी, चचेरे भाई, चाचा, माँ सभी लोगों के काफी गम्भीर चोटें आई । सुशीला व अमित चोटिलों को एम्बूलेंस द्वारा जिला अस्पताल बदायू में भर्ती कराया गया है। दिए गए प्रार्थना पत्र में उसने बताया कि उसके परिवार वालों के शोर शराबे पर गांव के धर्मेन्द्र पुत्र सरनाम सिंह, विजेन्द्र पुत्र रघुनाथ व अन्य लोगों ने प्रार्थिनी व उसके परिवार वालों को जैसे तैसे बचाया सभी तभी मुलजिम उसके घर पर पथराव करके भाग गए सूचना पर पुलिस आई लेकिन उन पर कार्यवाही करने के बजाए उसके परिजनों को घर में बंद रहने की बात कहकर चली गई ।
पीड़ित ने बताया कि वह हरिजन जाटव जाती की है और दबंग राठौर (तेली)जाती के है जिनमें कई नामी हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी है जिनसे हर समय प्रार्थनी और परिजनों को जान का भय बना हुआ है ।पुलिस के उच्चाधिकारियों से मुकद्दमा दर्ज कर कार्य बाई की मांग की है।उधर दलित परिवार भय के बजह से अपने घर छोड़कर भाग गये है।

