
पुलिस ने विदेश भेजने की ठगी की शिकायतो के लिए लगाया कैंप पहुंचे 8 घंटे में 5 सौ से अधिक शिकायकर्ता
इससे पूर्व पुलिस ने जनपद के 20 शिकायती पत्रों पर एफआईआर दर्ज कर 12 जालसाजों को भेजा है जेल
मुजीब खान
पीलीभीत / जनपद में विदेश भेजने के नाम पर ठगी यानी कबूतरबाजी की शिकायतों के जब कैंप लगाया तो पुलिस अफसर भी हैरान रह गए क्योंकि पुलिस के अनुमान से कही ज्यादा दस बीस नहीं सौ दो सौ भी नहीं पूरी पांच सौ से अधिक शिकायतें दर्ज की गई जिसको देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता है अकेले पीलीभीत जनपद में ही इतना बड़ा ठगी का नेटवर्क काम कर रहा है । फिलहाल सभी प्रार्थना पत्रों पर एफआईआर दर्ज की जा रही है । यह कैंप जनपद के थाना पूरनपुर में लगाया गया जहां की 100 शिकायतो पर भी एफआईआर दर्ज की जा रही है ।
एसपी ने संबधित थाना प्रभारियों को प्राप्त शिकायतों का निस्तारण कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं, फरियादी भी शिविर में एसपी की ओर से मिले आश्वासन के बाद संतुष्ट दिखे।
पूरनपुर और पंजाब पुलिस से 23 दिसंबर 2024 की सुबह हुई संयुक्त मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकी ढेर कर दिए गए थे। इसकी विवेचना के दौरान सामने आया था कि एनआईए का दस लाख का इनामी अपराधी सिद्धू कोविड के समय पीलीभीत आकर रुका। कुछ लोगों ने रुपये और फर्जी वीजा में विदेश भेजने के लालच में अपने घर में रुकवाया। यह भी सामने आया कि इनामी अपराधी के द्वारा कुछ लोगों को फर्जी वीजा व अन्य दस्तावेज की मदद से विदेश भी भेजा। इसी क्रम में जो पूछताछ चल रही थी, उसमें ये भी सामने आया कि मझोला, पूरनपुर, अमरिया, पीलीभीत व आसपास के कई आइलेट्स सेंटर के माध्यम से फर्जी मार्कशीट, शोक मनी का इस्तेमाल किया गया। डंकी रूट से भी कई लोगों के बाहर जाने की बात सामने आई। अभी डंकी रूट से जो लोग भारत वापस आए हैं, उनमें पांच लोग यूपी के और समस्त जनपद पीलीभीत से थे। ऐसे में बड़े रैकेट के संचालित होने की आशंका हुई। जोकि देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। किसी भी व्यक्ति को यहां से देश से बाहर भेजा जा सकता है। जिसे गंभीरता से लेते हुए अभियान एसपी अविनाश पांडेय की अगुवाई में शुरू किया गया है। जिसमें अब तक 20 एफआईआर दर्ज कर 12 जालसाजों को जेल भेजा जा चुका है। जिसमें फर्जी वीजा व फर्जी मार्कशीट का खेल भी पकड़ा गया। शिकायतों की संख्या बढ़ने पर सोमवार को एसपी की अगुवाई में एक शिविर लगाया गया। शिविर सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक यानि आठ घंटे चला। जिसमें 500 से अधिक फरियादी पहुंचे। भीड़ उम्मीद से अधिक हुई। शिकायतें सुनने के लिए तीन कांउटर लगाए गए। इसमें एसओजी इंचार्ज सुनील शर्मा, दूसरे कांउटर पर माधोटांडा इंस्पेक्टर अशोक पाल रहे। इसके अलावा गजरौला, घुंघचाई थाना के प्रभारी भी मौजूद रहे। पीड़ितों की शिकायतों की गंभीरता से जांच कर उनसे रुपये लेनदेन की डिटेल भी ली गई। पीलीभीत के अलावा आसपास के जनपदों से भी लोग पहुंचे। उनको पुलिस की तरफ से विधिक राय भी दी गई। लोगों को बताया कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जिसके साथ अभिलेख के आधार पर धोखाधड़ी हुई है और उसमें सामान्य तहरीर लिखा ली है। वीजा परमिट वगैरह का भी ऑनलाइन वैरिफिकेशन कराया जाता रहा। एसडीएम अजीत प्रताप सिंह समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी बुलाए गए। इस दौरान 100 से अधिक मामलों में एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी एसपी के निर्देश पर शुरू करा दी गई , जबकि इतने ही प्रार्थना पत्र पर जांच के आदेश कर दिए गए हैं। फिलहाल शिकायतों की संख्या बढ़ने पर जरूरत पड़ी तो मंगलवार को भी शिविर लगाया जाएगा।

