
पीलीभीत में दरिंदगी घर में घुसकर तीन युवकों ने किया युवती से गैंगरेप विरोध करने पर बांके से काट किया घायल
मुजीब खान
पीलीभीत / नारी सुरक्षा के बड़े बड़े दावे करने वाली प्रदेश सरकार की पोल पीलीभीत में कल हुई एक दरिंदगी की घटना ने खोल कर रख दी है जिस कानून का राज होने का प्रदेश से लेकर जिले तक नेता और अधिकारी अपने भाषणों में करते दिख रहे उसकी खुलेआम अपराधी धज्जियां उड़ाते दिख रहे है यहां घर में एक युवती को अकेला पाकर पड़ोस के तीन युवक घुस आए तीनों ने उसके साथ गैंगरेप किया युवती चीखी चिल्लाई बचाने के लिए शोर मचाया लेकिन उसकी मदद को कोई नहीं आया युवती द्वारा विरोध किए जाने पर वहशी दरिंदो ने उसको बांके से हमला करके बुरी तरह काट डाला घटना को अंजाम देकर तीनो युवक आराम से निकल गए बुरी तरह घायल युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने तीनों आरोपियों पर दुष्कर्म जानलेवा हमला और पॉक्सो के तहत मुकदमा दर्ज किया है। तीनों आरोपी फरार है। पुलिस तीनों को गिरफ्तार करने की बात कह रही है।
मानवता को कलंकित करने वाला और सरकार के दावों को पोल खोलने वाला यह मामला थाना न्यूरिया क्षेत्र के एक गांव में घटित का जहां लड़की घर में सो रही थी उसके पिता काम करने गए थे तभी पड़ोस के गांव का योगेश अपने दो भाइयों के साथ 23 तारीख को रात 2 बजे घर में घुस गया और लड़की का मुंह दबाकर आंगन में ले आया जहां उसके साथ दुष्कर्म किया विरोध करने पर बनके से कई प्रहार कर किए. जिससे लड़की बुरी तरह घायल हो गई घटना को अंजाम देकर तीनों आरोपी फरार हो गए चीख पुकार पर लोगो ने लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया है। लड़की के भाई की तहरीर पर पुलिस ने योगेश व उसके दो अन्य भाइयों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन अभी भी आरोपी को पुलिस पकड़ नही पाई है। थानाध्यक्ष न्यूरिया ने जल्द ही गिरफ्तार करने की बात कही है।
बेहद गरीब है युवती का परिवार इलाज करने के भी पैसे नहीं
गांव के दबंगो द्वारा जिस युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया वह बेहद गरीब परिवार की जिसके पिता और भाई मजदूरी इत्यादि करके परिवार का पालन पोषण करते है जिसका गरीबी का फायदा उठा कर युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया लेकिन गरीबी के बाद भी युवती उन युवकों के चंगुल में नहीं आई तो उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया आज हालत यह है कि गंभीर रूप से घायल युवती के इलाज के लिए उसके परिवार के पास पैसा तक नहीं है । समाजसेवा का दम भरने वाले संगठनों द्वारा भी अभी तक उसको मदद के लिए कोई आगे नहीं आया।

