Tuesday, December 16

भदोही।भगवान का नाम लेने मात्र से जीव भवसागर से पार हो जाता हैं- कथा व्यास मनोरमा शास्त्री

भगवान का नाम लेने मात्र से जीव भवसागर से पार हो जाता हैं- कथा व्यास मनोरमा शास्त्री

शरद बिंद।भदोही।जंगीगंज। डीघ ब्लाक के सेमराध कल्पवास क्षेत्र में चल रहे श्रीराम कथा के संगीतमय प्रवचन में सीतापुर के श्री नैमिषारण्य धाम से पधारी अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास मनोरमा शास्त्री ने वृहस्पतिवार वार को अपने प्रवचन में रघुकुल के तमाम राजाओं और गंगा के अवतरण की कथा कही। साध्वी मनोरमा ने बताया कि कलयुग में तपस्या की जरूरत नहीं हैं केवल भगवान का नाम लेने से भवसागर पार हो जाते हैं, लोग कहते हैं कि भगवान के नाम और भजन के लिए समय नहीं हैं जबकि अन्य कार्यों के लिए हैं। गंगा के अवतरण के बारे में कहा कि राजा सागर ने तीस हजार वर्ष, अंशुमान ने 32 हजार वर्ष और महाराज दिलीप ने 30 हजार वर्ष तपस्या की लेकिन गंगा पृथ्वी पर नहीं आई। और जब भागीरथी ने मात्र 11सौ वर्ष तपस्या से ब्रह्मा पसंद हुए। भागीरथी ने अपने पूर्वजों के तरने के लिए गंगा को पृथ्वी पर लाने के लिए मांग की। लेकिन समस्या यह थी कि स्वर्ग से सीधा गंगा पृथ्वी पर नहीं जा सकती हैं लेकिन शिव को अपने शीश पर धारण करके पृथ्वी पर भेज सकते हैं। भागीरथी ने भगवान शंकर की तपस्या एक अंगूठे पर खड़े होकर तपस्या की और फिर भगवान शिव भागीरथी के तपस्या से खुश हुए और मां गंगा को अपने शीश में धारण करने पर राजी हुए और फिर मा गंगा पृथ्वी पर पहुंची और भागीरथी की वजह से उनके पूर्वजों को मुक्ति मिली और आज पूरा संसार मा गंगा के अमृतमयी जल से तृप्त हो रहा हैं। साध्वी मनोरमा ने बताया कि भगवान शिव जैसा सरल देवता कोई नहीं है। शंकर भगवान को भाव से कोई पूजता हैं तो तुरंत खुश होते है। भगवान शंकर शीघ्र ही खुश होने वाले देवता हैं। इस मौके पर करुणा शंकर दास जी महाराज, रामबली सिंह, अनिल सिंह, नेबूलाल यादव, भूवर यादव समेत भारी संख्या में कल्पवासी और क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *