
महाकुंभ से आया पुलिस वाले की अमानवीयता वाला वीडियो श्रद्धालु के खाने में डाल रहा मिट्टी।
प्रयागराज / पुलिस की छवि वैसे भी एक विलेन वाली ही बनी हुई और पुलिस अपनी इस छवि को शायद बदलना भी नहीं चाहती इस लिए आए दिन वह कोई न कोई ऐसा काम कर ही बैठती है जिससे उसकी छवि विलेन की बनी रहे अब प्रयागराज के महाकुंभ से एक ऐसा वीडियो सामने आया जिसमें एक पुलिस कर्मी अमानवीयता की सारी हद पार करते हुए यहां महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं के लिए बन रहे भंडारे में एक पुलिस वाला जमीन से उठाकर मिट्टी डाल देता है। श्रद्धालुओं के लिए बन रहे भंडारे के खाने में मिट्टी डालने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी वीडियो को एक्स पर पोस्ट किया है। अखिलेश ने एक पुलिस वाले की इस हरकत के लिए पुलिस अधिकारियों या यूपी सरकार को संज्ञान लेने की बात नहीं लिखते हुए जनता से संज्ञान लेने की बात लिखी है।
अखिलेश यादव ने वीडियो के साथ लिखा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग महाकुंभ में फंसे लोगों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कर रहे हैं, उनके सद्प्रयासों के ऊपर राजनीतिक विद्वेषवश मिट्टी डाल दी जा रही है। जनता संज्ञान ले! यह वीडियो प्रयागराज के सोरांव इलाके का है। वीडियो में दिख रहा है कि फाफामऊ-सोरांव सीमा पर मलाक चतुरी गांव में सड़क के किनारे पटरी पर तीन का बड़े-बड़े भगोनों में खाना बनाया जा रहा है। इसी दौरान एक पुलिस वाला एक बर्तन में जमीन से मिट्टी उठाता है और श्रद्धालुओं के लिए बन रहे भोजन में डाल देता है। हादसे के बाद से सतर्कता बरतते हुए प्रयागराज आ रहे वाहनों को रास्तों में रोका जा रहा है। लोग घंटों-घंटों अपने वाहनों में ही बैठे रह रहे हैं। कुछ लोग पैदल भी निकल जा रहे हैं। इन्हीं लोगों के लिए कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं ने रास्ते-रास्ते में भोजना पानी आदि का प्रबंध किया है। प्रयागराज-प्रतापगढ़ मार्ग पर सोरांव मलाक चतुरी गांव के सामने भी कुछ ग्रामीणों ने महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के सेवा के लिए भंडारे का आयोजन किया था। इसी दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे थे। इसी दौरान सोरांव थाने की पुलिस टीम पहुंची। पुलिस ने प्रसाद ग्रहण करने वाले श्रद्धालुओं के कारण जाम लगने की बात कही। भंडारा बंद कराने के लिए पुलिस टीम दबाव बनाने लगी। ग्रामीणों ने जब भंडारा बंद करने से मना किया तो एक पुलिसकर्मी आवेश में आ गया और जमीन पर पड़ी मिट्टी और राख को चूल्हे पर बन रहे भंडारे के प्रसाद में डाल दिया।

