
पीजी के बाद तैनाती स्थल से लगातार अनुपस्थित चल रहे तिलहर के चिकित्साधिकारी से 1 करोड़ वसूली के निर्देश
बरेली निवासी डाक्टर मोहम्मद यासीन शाहजहांपुर के तिलहर में है तैनात महानिदेशक स्वास्थ्य ने की कार्यवाही
शाहजहांपुर / जनपद के तहसील तिलहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात चिकित्सक मोहम्मद यासीन द्वारा वर्ष 2020 में पीजी पाठ्यक्रम के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी से असाधारण अवकाश लिया साथ साथ एक करोड़ रुपए का बॉन्ड भी भरा था क्योंकि नियमानुसार सर्विस के दौरान पीजी करने के लिए असाधारण अवकाश इसी शर्त पर दिया जाता है कि पीजी करने के बाद कम से कम 10 वर्ष सरकारी सेवाओं में रहेंगे और इसी लिए एक करोड़ का बॉन्ड लिया जाता है कि यदि पीजी करने के बाद सेवाएं नहीं दी बांड की रकम वसूली जाए लेकिन मोहम्मद यासीन द्वारा वर्ष 2023 में पीजी पूर्ण करने के बाद भी तैनाती स्थल पर वापसी नहीं की और लगातार अनुपस्थित चलते रहे ।
आपको बता दे कि जनपद बरेली के नवाबगंज तहसील के सेंथल के जामा मस्जिद निवासी डाॅ. मोहम्मद यासीन जो जनपद शाहजहांपुर के तिलहर सामुदायिक के केंद्र पर तैनात थे वर्ष 2020 में पीजी पाठ्यक्रम के लिए अवकाश स्वीकृत कराया था डॉक्टर ने पीजी पाठ्यक्रम एक साल पहले पूरा करने के बाद स्वास्थ्य विभाग में योगदान करने से संंबंधित रिपोर्ट नहीं दी और तैनाती स्थल शाहजहांपुर के तिलहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधिकारी पद से लगातार अनधिकृत रूप से अनुपस्थित भी हैं। महानिदेशक प्रशिक्षण चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डाॅ. सुषमा सिंह ने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। आदेश की प्रति मुख्यमंत्री को भी भेजी है। इसके अलावा डॉक्टर से एक करोड़ रुपये की भू-राजस्व की भांति वसूल करने के लिए जिलाधिकारी को आदेश भेजा है। महानिदेशक प्रशिक्षण की ओर से जिलाधिकारी को भेजे गए आदेश में कहा है कि डाॅ. मोहम्मद यासीन चिकित्साधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिलहर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी शाहजहांपुर के पत्र से नीट पीजी-2020 प्रवेश प्रक्रिया में सम्मिलित होने के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था। इसके साथ एक कराेड़ रुपये की धनराशि का बांड 17 फरवरी 2020 भी संलग्न किया। इस पर आवेदक के अतिरिक्त गवाह में डिफेंस काॅलोनी, एयरफोर्स गेट के पास रहने वाले डाॅक्टर के भी हस्ताक्षर हैं। डाॅ. मोहम्मद यासीन का पीजी अध्ययन के लिए चयन हुआ। प्रशिक्षण प्रकोष्ठ नीट पीजी की ओर से 16 जून 2020 को डाॅ. मोहम्मद यासीन को पीजी अध्ययन के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी किया गया।

