Saturday, December 20

रानेट सोत नदी के जर्जर पुल पर आवागमन बंद,दर्जनों गांव का सम्पर्क कटा।

रानेट सोत नदी के जर्जर पुल पर आवागमन बंद,दर्जनों गांव का सम्पर्क कटा।

पिछले डेढ़ साल से वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था नहीं कर पाया विभाग

लोक निर्माण विभाग ने पुल पर नही लगाया चेतावनी बोर्ड 

स्थानीय लोगों के साथ ही वाहन चालकों को भी करना पड़ रहा.है परेशानी का सामना 

(आशुतोष शर्मा) बदायूं। जनपद के तहसील बिसौली रानेट चौराहे पर सोत नदी पर बना जर्जर पुल लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने आवागमन के लिए पूर्णता बंद कर दिया है। जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । पुल के दोनों तरफ जेसीबी से खोद दिया है। पी डब्लयू डी विभाग ने इस मार्ग पर कोई भी बोर्ड नहीं लगाया है जिससे चालक अपने वाहन लेकर सोत नदी के पुल तक पहुंच रहे हैं। रास्ता बंद देखकर उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है । इस रोड से बिल्सी सहसवान,इस्लामनगर कछला,एटा कासगंज गुन्नौर,संभल आदि स्थान पर जाते है,रानेट पर सोत नदी पर बना पुल बंद होने के कारण क्षेत्रीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सोत नदी के जर्जर पुल पर वाहनों का आवागमन बंद हो गया है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था न किए जाने से क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है। अब इस पुल पर सिर्फ पैदल लोग ही निकल सकते हहै, पुल के दोनों तरफ जेसीबी से खोद दिया गया ह, नदी के पुल पर जाने वाला मार्ग बंद होने से लोगों की परेशानी बढ़ी तो उन्होंने वैकल्पिक मार्ग के तौर पर सहानपुर मार्ग से निकलना शुरू किया, इस मार्ग पर भारी वाहन निकालने से रोड टूटरहा है, रास्ता भी संकरा एवं गड्ढे युक्त होने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है। इस मार्ग पर वाहन भी पलट रहे हैं तथा लोग घायल भी हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा रानेट से बिसौली को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग बंद होने के कारण तथा वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था न होने के कारण दर्जनों गांव के हजारों निवासियों को परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों को सरकारी काम, कोर्ट कचहरी के अलावा दैनिक जरूरत के लिए बिसौली आना पड़ता है जो कि वह नहीं आ पा रहे हैं। इसी के साथ बुजुर्ग लोगों को इलाज दवाई के लिए बिसौली आना पड़ता है, साथी ग्रामीण क्षेत्र में स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापक .एवं बच्चों को भी आवागमन में परेशानी हो रही है। किसानों के लिए बिसौली से खेती संबंधी उपकरण आदि लाने ले जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों की माने तो प्रतिदिन चलने वाले सरकारी कर्मचारी,मरीज, छात्र, किसान किस प्रकार अपने गंतव्य को पहुंचेंगे इस पर लोक निर्माण विभाग और स्थानीय प्रशासन ने कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की। इस मार्ग को बंद करने की व्यवस्था पिछले डेढ़ साल से चल रही है,किंतु अभी तक प्रशासन और लोक निर्माण विभाग वैकल्पिक मार्ग तैयार नहीं कर पाया। विभाग का कहना है कि कुछ दिन पुल पर आवागमन बंद होने के बाद पुल स्वतः ही अच्छी स्थिति में हो जाएगा, पुल का पुर्ननिर्माण या मरम्मत कराने की कोई आवश्यकता नहीं है। पुलपार यदु चीनी मिल है जिसमें किसान गन्ना सप्लाई करते हैं पुल पर आवागमन बंद होने के कारण किसानों को अपना गान्ना 50 किलोमीटर का चक्कर काट कर मिल तक पहुंचाना हो रहा है। दर्जन गांवों के हजारों लोगों की परेशानी को समझे बिना और बिना वैकल्पिक मार्ग बनाए हुए विभाग ने पुल पर आगमन बंद कर दिया।

वैकल्पिक मार्ग के रूप में लोगों ने साहनपुर गांव से होकर जाने लगे,इस पर भी कई वाहन पलट चुके हैं भारी वाहनों से यह रोड क्षतिग्रस्त ह़ो चुका है तथा दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं, इन सबसे प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।

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