मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में गोमती नदी को प्रदूषण मुक्त एवं स्वच्छ, निर्मल बनाने के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न
लखनऊ।मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त की अध्यक्षता में गोमती नदी की स्वच्छता एवं पुनरोद्धार कार्यों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने व गोमती नदी को प्रदूषण मुक्त एवं स्वच्छ निर्मल बनाने के उद्देश्य से आज महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन आयुक्त कक्ष कार्यालय में किया गया।
इस अवसर पर अपर नगर आयुक्त, सिंचाई विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जल निगम सहित विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने नदी में गिरने वाले नालों का शत-प्रतिशत शोधन के संबंध में सभी संबंधित अधिकारियों/एजेंसियों को निर्देशित किया कि नदी में गिरने वाले नालों से प्रदूषण पूरी तरह रोका जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जितने भी अनटैप्ड नाले हैं उन सभी अनटैप्ड नालों तथा आंशिक रूप से टैप्ड नाले के संबंध में कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत की जाए।
जल निगम नगरीय को निर्देशित किया गया कि नगरीय क्षेत्रों में कितनी सीवर लाइन पड़ी है, कितना सीवर लाइन का काम बचा है तथा कितना गैप है इसकी सूची तीन दिवस में प्रस्तुत करें। साथ ही सीवरेज लाइन क्षतिग्रस्त होने से नदी में अशोधित पानी के प्रवाह पर रोक लगाने हेतु त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए।
नदी तट एवं घाटों की सफाई व्यवस्था के संबंध में मण्डलायुक्त ने नगर निगम को नदी तट, घाटों एवं किनारों पर नियमित सफाई की प्रभावी व्यवस्था बनाने के निर्देश। साथ ही तटीय क्षेत्रों पर प्लास्टिक/ठोस अपशिष्ट निस्तारण की विशेष निगरानी के निर्देश दिए।
औद्योगिक प्रदूषण नियंत्रण पर विशेष फोकस के संबंध में मण्डलायुक्त ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देशित किया कि औद्योगिक इकाइयों का औचक निरीक्षण नियमित रूप से किया जाए। तथा नियमित रूप से बीओडी, सीओडी और फिकल क्लोरीफॉर्म के नियमित टेस्ट किए जाएं। किसी भी उद्योग द्वारा नदी में अपशिष्ट छोड़े जाने पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
जल निगम के संबंधित अधिकारियों द्वारा मण्डलायुक्त को अवगत कराया गया कि 32 नालो का पानी गोमती में आकर गिरता है। जिसमे से 26 नाला टेप्ट है। जिसके क्रम में मण्डलायुक्त ने कहा कि शेष नालों को भी टेप्ट करा लिया जाए।
बैठक में जल निगम के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि 730 MLD डिस्चार्ज है जिसमें 600 MLD ट्रीट करते हैं। जिस पर मण्डलायुक्त ने 130 MLD का जो गेप है उसको पूरा करने के लिये एक पद्धति बनाकर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गोमती नदी में कूड़ा न जाने पाये।
बैठक में पूर्ण तैयारी से न आने पर जल निगम नगरीय अधिकारियों को शो कॉज नोटिस जारी करने के भी निर्देश मण्डलायुक्त द्वारा दिए गए।

