तिलोई विभा मिश्रा ने यूपीएससी (आईएसएस 2025) में ऑल इंडिया 8 वीं रैंक की हासिल ।
संघर्ष, मेहनत और लगन से हासिल किया मुकाम,बेटियों के लिए बनी प्रेरणा
अमेठी ब्यूरो रिपोर्ट संतोष त्रिपाठी
अमेठी जनपद के तिलोई तहसील क्षेत्र की बेटी विभा मिश्रा अपने सपनों को सच करने के लिए बस हिम्मत और मेहनत चाहिए यह पंक्ति अब जनपद अमेठी की बेटी विभा मिश्रा की सफलता की कहानी बयां करती है। यूपीएससी द्वारा घोषित भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा 2025 के परिणाम में विभा ने ऑल इंडिया 8वीं रैंक हासिल कर जिले, तहसील और गांव का नाम रोशन किया है।ब्लॉक तिलोई के कूरा ग्रामसभा के नरायनपुर गांव की रहने वाली विभा साधारण परिवार से निकलकर राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में सफलता की मिसाल बनी हैं।
मंगलवार को जैसे ही परिणाम घोषित हुआ, घर से लेकर गांव तक जश्न का माहौल बन गया। मिठाइयाँ बँटीं, बधाइयाँ दी गईं और हर कोई गर्व से कहने लगा “यह हमारी बेटी है।”विभा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ से शुरू की। कक्षा 6 से 10 तक की पढ़ाई भी लखनऊ में हुई। इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से एम.एससी. की और साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी करती रहीं। इस दौरान उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन कभी हार नहीं मानी।विभा की सफलता के पीछे परिवार की प्रेरणा भी अहम रही। पिता कौशल किशोर मिश्रा मर्चेंट नेवी में कार्यरत हैं, वहीं दादा रामकिशोर मिश्रा क्षेत्र के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं। उनके बड़े भाई दीपक मिश्रा पहले ही यूपीएससी (2018 बैच) में सफलता प्राप्त कर प्रयागराज में सुरक्षा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। परिवार का माहौल हमेशा शिक्षा और अनुशासन को प्राथमिकता देने वाला रहा, जिसने विभा को इस मुकाम तक पहुँचाया।विभा कहती हैं, “मुझे विश्वास था कि अगर मेहनत और लगन से पढ़ाई की जाए तो सफलता निश्चित है। बेटियाँ किसी से कम नहीं हैं, बस उन्हें अवसर और आत्मविश्वास चाहिए।”उनकी इस सफलता से पूरे क्षेत्र में बेटियों को शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की दिशा में प्रोत्साहन मिलेगा।विभा मिश्रा के घर लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा है। गांव के लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर इसे अपनी सामूहिक उपलब्धि मान रहे हैं। विभा अब न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे अमेठी की नई प्रेरणा बन गई हैं।

