Sunday, December 14

शाहजहांपुर ।एक व्यक्ति अच्छे कार्य व आचरण द्वारा अपना भविष्य उज्जवल कर सकता है…..प्रशांत प्रभु जी महाराज।

शाहजहांपुर ।एक व्यक्ति अच्छे कार्य व आचरण द्वारा अपना भविष्य उज्जवल कर सकता है…..प्रशांत प्रभु जी महाराज।

 शाहजहांपुर। योगेन्द्र यादव

 जेल में बंदियों में सद्भाव व आध्यात्मिक ज्ञान दर्शन के उद्देश्य से प्रसिद्ध श्रीमद्भागवत कथावाचक परमपूज्य प्रशांत प्रभु जी महाराज के द्वारा अपनी सम्पूर्ण वाद्य संगीत यंत्र व कलाकारों के साथ कारागार में सत्संग किया गया।

इस अवसर पर सत्संग का रसास्वादन हेतु पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री वीरेंद्र पाल सिंह, राष्ट्रीय दिव्यांग कल्याण परिषद के अध्यक्ष हरिसरन वाजपेई, पंकज टण्डन, श्री राजभूषण जौहरी,व्यवसायी आर के अग्रवाल,जय भारत संस्था के अध्यक्ष व व्यवसायी राजीव कृष्ण अग्रवाल पार्क इन होटल के श्री पाण्डेय जी,समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी आदि भी उपस्थित रहे।

पूज्य प्रशांत प्रभु जी महाराज, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह,एवं अन्य उपस्थित अतिथियों के द्वारा भगवान शिव की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा द्वीप प्रज्वलित किया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजीलाल के द्वारा पूज्य महाराज जी का माल्यार्पण कर स्वागत किया।

उक्त कार्यक्रम राष्ट्रीय दिव्यांग कल्याण परिषद के हरिसरन वाजपेई के सौजन्य से आयोजित किया गया।

महाराज जी के द्वारा यह आश्चर्य व्यक्त किया गया कि कारागार जैसी जगह पर सत्संग का कार्यक्रम हो रहा है।यह बहुत सुखद आश्चर्य भरा है कि आपको जेल में रहते हुए भी सत्संग का रसास्वादन करने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है।

पूज्य कथावाचक के द्वारा अनेक पौराणिक प्रसंग सुनाए तथा अपने कार्य व आचरण में सुधार लाने का अनुरोध किया। उनके द्वारा बंदियों को बताया कि आप जेल में हैं यह आप की मजबूरी है किन्तु अच्छे आचरण व कार्य करने की कोई रोक नहीं हैं।आप अच्छे काम करके अपना भविष्य उज्जवल कर सकते हैं।

महाराज जी के द्वारा अनेक भजन कीर्तन के द्वारा यह समझाया कि किस प्रकार एक व्यक्ति अच्छे कार्य व आचरण द्वारा अपना भविष्य उज्जवल कर सकता है।

बुरे काम हमेशा इंसान को पतन की ओर ले जाते हैं।

  पूज्य पूज्य महाराज जी के द्वारा बगुला एवं मछली का प्रसंग सुन कर सभी महिला एवं पुरुष बंदियों को मंत्र मुक्त कर दिया व्यक्ति कई बार किंकर्तव्यविमूढ़ हो जाता है और अच्छा करते हुए भी उसे गलत मान लिया जाता है और उसे दंडित किया जाता है। उनके द्वारा अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मेरी कुंडली में चंद्रमा के साथ केतु का दोष है और जिसमें जेल जाना तय माना जाता है किंतु भगवान शिव की आराधना और सच्चे मन से कार्य करने का परिणाम यह है कि आज मुझे जय आना पड़ा किंतु एक बंदी की तरह नहीं जेल में भी आप लोगों को शिव पुराण की कथा सुनने के लिए एक नेक कार्य हेतु आना पड़ा। भगवत भक्ति में बहुत ताकत होती है आप लोग 40 दिन तक शिव मंत्र का सच्चे मन से जाप करें तो आपके सब कष्ट दूर हो जाएंगे।

इस अवसर पर बंदियों के द्वारा शिव पार्वती की झांकी का भी मंचन किया जिसे सभी ने सराहा।

इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री वीरेंद्र पाल सिंह के द्वारा विचार व्यक्त किए गए तथा कहा कि ऐसे विचार शुद्धिकरण व आध्यात्मिक ज्ञान दर्शन के कार्यक्रमों से निश्चित रूप से बंदियों की मनोदशा में सुधार आयेगा। मैं लम्बे समय से जेल से जुड़ा हुआ हूं किन्तु इसके पहले जेल का ऐसा शान्त व सद्भाव भरा वातावरण कभी नहीं रहा। बंदी जेल में रहते हुए ही नहीं जेल से छूटने के बाद भी वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजीलाल एवं जेल के माहौल की तारीफ करते हैं। अन्त में वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजीलाल ने परमपूज्य प्रशांत प्रभु जी महाराज का कारागार में पधार कर सत्संग के द्वारा बंदियों के आचरण में सुधार के लिए समय देने के लिए आभार व्यक्त किया। सभी बंदियों ने करतल ध्वनि से महाराज जी का आभार प्रकट किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *