
उप मुख्यमंत्री के जनपद में स्वास्थ्य विभाग का हाल विकलांग के लिए नही मिला स्ट्रेचर ट्राई साइकिल पर ले गए शव
हरदोई /मुजीब खान
जहां एक ओर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य विभाग की उपलब्धियां गिनाते नही थकते वही प्रदेश को छोड़ो उनके ही ग्रह जनपद में स्वास्थ्य विभाग का यह हाल है की अस्पताल में शवों को ले जाने के लिए स्ट्रेचर तक नहीं मिलते जिसकी एक बानगी आज देखने को मिली एक गरीब दिव्यांग की मौत हो जाने पर अस्पताल द्वारा उसे स्ट्रेचर तक उपलब्ध कराया गया मजबूर परिजन शव को ट्राई साइकिल पर बैठा कर ले गए जब जिम्मेदार अधिकारियों से इस विषय में पूछा गया तो लापरवाही दिखाते हुए अनभिज्ञ होने का नाटक करते बात ही नही की ।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो आज बुधवार सुबह का है। वीडियो सामने आने के बाद चिकित्सा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है। लोगों का कहना है कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के गृह जनपद का यह हाल है। यूरिन इन्फेक्शन के कारण हुई मौत कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला चीलपुरवा निवासी विकलांग राजाराम (52) चने और मूंगफली बेचता था। मंगलवार को राजाराम की तबीयत खराब हो गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टरों ने यूरिन इन्फेक्शन बताया। उपचार के दौरान राजाराम की बुधवार सुबह मौत हो गई। गरीब परिवार के पास प्राइवेट एंबुलेंस करने के लिए पैसे नहीं थे। अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों ने भी शव को अस्पताल से घर तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर या वाहन तक नहीं दिया। मृतक के बेटे सरवन ने बताया- मेरा घर मेडिकल कॉलेज से एक किमी दूर है। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मेरे पिता की मौत हो गई। शव को घर ले जाना था। अस्पताल में कोई वाहन नहीं था। इसलिए हम लोग ट्राई साइकिल से ही शव ले आए। कुछ साल पहले मेरे पिता का पैर टूट गया। इसलिए वह ट्राई साइकिल से चलते थे। मेरी मां की पहले ही मौत हो चुकी है। मुख्य चिकित्सा अधिक्षक डॉ. जेके वर्मा ने बताया- ऐसा कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। अगर इस तरीके की घटना हुई है तो गलत है। मामला संज्ञान पर आने पर कार्रवाई की जाएगी।

