
4 लाख 61 हजार की नकली भारतीय करेंसी के साथ तीन लोग पकड़े कार में चलते चलते बना लेते थे नकली नोट
मुजीब खान
शाहजहांपुर। जनपद की थाना कोतवाली पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब पुलिस को नकली भारतीय करेंसी बनाने वाले तीन तस्कर पुलिस के हाथ चढ़ गए जिनके कब्जे से पुलिस ने 4 लाख 61 हजार रुपए के नकली नोट भी बरामद किए ।
शाहजहांपुर पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने आज दोपहर बाद को प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि आज सुबह चौक कोतवाली पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना पेथोलाजिस्ट समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से 500 रुपये, 100 रुपये, 20 रुपये के चार लाख 61 हजार रुपये नकली नोट, लैपटाप, प्रिंटर, कागज, कार, बाइक आदि बरामद की है।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि चौक कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अश्वनी कुमार सिंह को सोमवार की सुबह पौने सात बजे सूचना मिली कि उमरगंज जाने वाले मार्ग पर नकली नोट छापने वाला गिरोह कार से है। पुलिस ने घेराबंदी करके कार समेत गिरोह के सरगना समेत तीन लोगों को पकड़ लिया। पकड़े गए अभियुक्त पैथालिजास्टि डा नफीस अहमद निवासी कमालपुर फतेहाबाद थाना कुंदरकी जिला मुरादाबाद, पंकज गंगवार निवासी तीन पानी डाम जिला उद्यमसिंह नगर और निखिल मिश्रा निवासी आनंदपुरम कालोनी थाना कोतवाली शाहजहांपुर है। गिरोह का सरगना डा नफीस अहमद है। तामिलनाडू से पैथोलाजिस्ट की डिग्री ले रखी थी। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से 500, 100,50, 20 रुपये के कुल 04 लाख 61 हजार रुपये नकली, एक कार बिना नंबर, एक बाइक बिना नंबर, एक लमिनेशन मशीन, दो प्रिंटर, अवशेष पेपर, नोट कटिंग के अवशेष पेपर आदि सामान बरामद किया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए नफीस ने बताया कि निखिल ने यहां कमरा किराए पर देने के लिए बुलाया था। इस लिए पूरा सेट लेकर यहां आ रहा था। कोरोना काल में लाकडाउन के समय कोई कार्य न मिलने पर एक-एक पैसे के लिए मोहताज हो गए थे। रामपुर के जाकिर ने नकली नोट बनाने का हुनर सिखाया था, उसके गुरु मर गए है। उसने उपकरणों के माध्यम से नकली नोट बनाना शुरु किया और ब्रोकर को नकली नोट चलाने के लिए 20 प्रतिशत कमीशन देता था। उसका पैथालिजास्टि का धंधा फेल हो गया था। फिर उसने नकली चांदी का धंधा किया, जो सफल नहीं हुआ। पंकज और निखिल को 30 प्रतिशत कमीशन नकली नोट देता था। आरोपी ने बताया कि 15 लाख रुपये के नकली नोट नोयडा और अमरोहा में खपा चुका हैं। आरोपी नफीस ने बताया कि असली नोट से नकली नोट पर फोटो शाप करते थे। फोटो शाप करने के बाद नकली नोट को मशीन से लेमिनेश करते थे। नोट पर चमक लाने के लिए बाजार में मिलने वाली चमकदार पन्नी को नकली नोट पर लेमिशन करते थे। उसके बाद हरा और सफेद रंग जरुरत के हिसाब से नकली नोट पर लगा देने के बाद फिर से लेमिनेशन मशीन से नोट को लेमिनेशन करते थे, फिर नकली नोट बनकर तैयार हो जाता था। आरोपी नफीस ने बताया कि पंकज ने तीन माह पहले विभिन्न जिलों में नकली नोट चलाने के लिए कार लोन पर ली थी। इसी कार से नकली नोट जिलों में खपाने के लिए निकलते थे। कभी-कभी कार के अंदर नकली नोट छाप लेते थे। तीस और बीस प्रतिशत पर ब्रोकर को नकली नोट चलाने के लिए देते थे। एक जिले में कुछ दिन रुकते थे और उसके बाद दूसरे जिले में चले जाते थी। शाहजहांपुर आ रहे थे तो पुलिस ने पकड़ लिया।

