Sunday, December 14

अल्मोड़ा

बस हादसा 40 की मौत आखिर कैसे सवार हुए 55 यात्री? कहा गए टैक्स वसूली करने वाले अधिकारी

बस हादसा 40 की मौत आखिर कैसे सवार हुए 55 यात्री? कहा गए टैक्स वसूली करने वाले अधिकारी

अल्मोड़ा, उत्तराखंड
बस हादसा 40 की मौत आखिर कैसे सवार हुए 55 यात्री? कहा गए टैक्स वसूली करने वाले अधिकारी अल्मोड़ा। आशुतोष शर्मा /कपिल  अल्मोड़ा जिले में हुई भीषण बस दुर्घटना में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती चली जा रही है, इस समय संख्या बढ़कर 40 हो गई है। कुछ घायलों की मौत रामनगर के अस्पताल में हुई है। अभी भी मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। बताया जाता है कि बस में 55 यात्री सवार थे। सूबे के मुख्यमंत्री ने तत्काल जांच के आदेश के साथ परिवहन विभाग के अधिकारी ए आर टी ओ को निलंबित करने का आदेश तो दे दिया है। पर क्या केवल परिवहन विभाग ही है दोषी? मार्ग में लगे अलग अलग बैरियरों के इंचार्ज जो लाखों के चालान का दावा करते हुए, प्रदेश के उच्चाधिकारियों के आंखों के तारे बने हुए है क्या उनका कोई फ़र्ज़ नहीं होता है? ये समय पर्व का समय है आखिर वो सभी कहा नदारत है? इस तरफ भी ध्यान देने की आवश्यकता पड़ गई है।  क्या मुख्य...
अल्मोड़ा के कूपी में अनियंत्रित बस खाई में गिरने से 15 की मौत ,कई घायल 

अल्मोड़ा के कूपी में अनियंत्रित बस खाई में गिरने से 15 की मौत ,कई घायल 

अल्मोड़ा, उत्तराखंड
अल्मोड़ा के कूपी में अनियंत्रित बस खाई में गिरने से 15 की मौत, कई घायल    अल्मोड़ा। सोमवार की सुबह यात्री से भरी बस कूपी के पास अनियंत्रित हो कर पलट गई ।जो करीब 200 फीट गहरी खाई में गिर गई।।जिसमें 15 लोगों की मौत की खबर है। वहीं 24 अधिक यात्रियों   घायल हैं। वहीं बस में करीब 46 यात्री सवार थे ।स्थानीय लोग ने एसडीआरएफ टीम और पुलिसके साथ रेस्क्यू में जुटे हैं।...
देहरादून में सरस मेले में ‘जय मॉ कालिका’ महिला समूह की अद्वितीय उपलब्धि

देहरादून में सरस मेले में ‘जय मॉ कालिका’ महिला समूह की अद्वितीय उपलब्धि

अल्मोड़ा, उत्तराखंड
देहरादून में सरस मेले में ‘जय मॉ कालिका’ महिला समूह की अद्वितीय उपलब्धि अल्मोड़ा।18 से 27 अक्टूबर 2024 तक देहरादून में आयोजित 10 दिवसीय सरस मेला एक अद्वितीय सांस्कृतिक और आर्थिक मंच के रूप में उभरा, जहां विभिन्न जनपदों के स्वयं सहायता समूहों ने अपने हस्तनिर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया। इस मेले में अल्मोड़ा के विकासखण्ड धौलादेवी की ‘‘जय मॉ कालिका’’ महिला स्वयं सहायता समूह ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के बल पर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। समूह ने मेले के दौरान 6 लाख रुपये से अधिक की बिक्री की, जिससे उन्हें इस प्रतिष्ठित मेले में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। ‘जय मॉ कालिका’ समूह ने अपनी प्रदर्शनी में उत्तराखंड की परंपरागत ऐपण कला, हस्तनिर्मित उत्पाद, पारंपरिक आभूषण और खाद्य उत्पादों को प्रदर्शित किया। इन उत्पादों ने दर्शकों और खरीदारों का भरपूर प्यार और सराहना हासिल की। ऐपण कला, जो उत्तराखं...
छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर छात्र ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर किया आत्मदाह  प्रयास

छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर छात्र ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर किया आत्मदाह  प्रयास

अल्मोड़ा, उत्तराखंड
छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर छात्र ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर किया आत्मदाह  प्रयास अल्मोड़ा। पुलिस और प्रशासन के उस समय हाथ-पांव फूल गए जब छात्रसंघ अध्यक्ष के प्रत्याशी दीपक लोहनी ने आत्मदाह का प्रयास करते हुए अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। इस घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गयी।छात्र नेताओं में आक्रोश पनप उठा। आनन-फानन में छात्रनेता दीपक लोहनी को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां बताया जा रहा है कि वह 16 से 20 प्रतिशत तक झुलस गया है। खबरों की मानें तो जब छात्रनेता द्वारा आत्मदाह का प्रयास किया जा रहा था, तब मौके पर छात्रनेताओं द्वारा छात्रसंघ चुनाव बहाल कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा था। लेकिन एकाएक उस समय अफरा-तफरी मच गयी जब दीपक लोहनी ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास कर लिया। इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं, हांलाकि बताया जा रहा है कि एकाए...
अल्मोड़ा: अधूरे पैच वर्क को पूरा कराने की मांग

अल्मोड़ा: अधूरे पैच वर्क को पूरा कराने की मांग

अल्मोड़ा, उत्तराखंड
अल्मोड़ा: अधूरे पैच वर्क को पूरा कराने की मांग अल्मोड़ा। जिला के बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष, एडवोकेट कवीन्द्र पन्त, ने हाल ही में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता और जिलाधिकारी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अल्मोड़ा की जजी-विकास भवन-कलेक्ट्रेट सड़क पर अधूरे पैच वर्क को तुरंत पूरा करने की मांग की। इस सड़क का हाल वर्तमान में अत्यंत खराब है, जिससे न केवल स्थानीय लोगों को, बल्कि विभिन्न सरकारी कार्यालयों में आने-जाने वालों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एडवोकेट पन्त ने कहा कि पिछले साल किए गए पैच वर्क के दौरान विकास भवन के सामने के गड्ढों को ठीक नहीं किया गया था, जो अब और भी गंभीर समस्या बन चुके हैं। उन्होंने नाराजगी व्यक्त की कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद अधिकारियों ने इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया। यह स्थिति न केवल सड़क की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि यह स्थानीय विकास ...
एसएसपी पींचा ने पुलिस बल को शारीरिक व मानसिक रुप से चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए कराई परेड

एसएसपी पींचा ने पुलिस बल को शारीरिक व मानसिक रुप से चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए कराई परेड

अल्मोड़ा, उत्तराखंड
एसएसपी पींचा ने पुलिस बल को शारीरिक व मानसिक रुप से चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए कराई परेड अल्मोड़ा।देवेन्द्र पींचा,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पुलिस लाईन अल्मोड़ा के परेड ग्राउंड में पुलिस बल में एकरुपता एवं अनुशासन लाने और पुलिस बल को शारीरिक व मानसिक रुप से चुस्त-दुरुस्त रखने के लिये शुक्रवार की परेड का आयोजन किया गया।        सर्वप्रथम एसएसपी परेड का निरीक्षण किया गया, तत्पश्चात पुलिस बल के साथ स्वयं भी दौड़ लगाकर अच्छी फिटनेस के लिये प्रेरित किया । परेड के दौरान दौड़,तेज चाल से मंच से गुजरना,ड्रिल, शस्त्राभ्यास, सैल्यूट ,स्क्वाड ड्रिल आदि का अभ्यास कराया गया । परेड के पश्चात एसएसपी द्वारा पुलिस लाईन के परिवहन शाखा,व्यायामशाला,कर्मचारी बैरक व अन्य कार्यालयों का निरीक्षण किया गया और कर्मचारी भोजनालय का निरीक्षण कर भोजन की गुणवत्ता चैक की गयी व मैस कमांडर को आवश्यक निर्देश दिये गये ।...
टैक्सी मालिक-चालकों की समस्याएं और गोल्जू दरबार में न्याय की मांग

टैक्सी मालिक-चालकों की समस्याएं और गोल्जू दरबार में न्याय की मांग

अल्मोड़ा, उत्तराखंड
टैक्सी मालिक-चालकों की समस्याएं और गोल्जू दरबार में न्याय की मांग अल्मोड़ा ।कपिल धारानौला टैक्सी स्टेंड के टैक्सी मालिक और चालक अपने अधिकारों और समस्याओं के समाधान के लिए एकत्रित हुए। उन्होंने टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों के नेतृत्व में माल रोड स्थित थपलिया कार्यालय में एक सभा आयोजित की। इस सभा में सैकड़ों वाहनों के मालिक और चालक शामिल हुए और न्याय के देवता गोल्जू दरबार में अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। टैक्सी मालिक-चालकों ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे सरकार और प्रशासन की उपेक्षा से आहत हैं। उन्होंने एक स्वर में बताया कि लगभग 100-150 निजी वाहन व्यवसायिक रूप से कार्य कर रहे हैं, विशेष रूप से शहर से दूर विभिन्न विद्यालयों में पढ़ा रहे अध्यापक और अध्यापिकाएं। ये निजी वाहन चालक किराया लेकर अध्यापकों को विद्यालयों तक ले जा रहे हैं, जिससे स्थानीय टैक्सी व्यवसाय पर गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो रहा ...