Sunday, December 21

जौनपुर।विकसित कृषि संकल्प अभियान के 135 चौपाल में 32372 कृषकों से हुआ संबाद   

विकसित कृषि संकल्प अभियान के 135 चौपाल में 32372 कृषकों से हुआ संबाद                                       

जौनपुर।विकसित कृषि संकल्प अभियान के 15 वें एवं अंतिम दिवस तक जिले की कुल 21 विकास खण्डों के 135 ग्राम पंचायतों में कृषक चौपाल कार्यक्रम आयोजित कर कुल 32372 कृषकों से संबाद स्थापित किया गया, जिसमें पुरूष कृषक 19851 तथा महिला कृषक 12521 द्वारा अभियान में प्रतिभाग करके खरीफ फसलों की आधुनिक तकनिकियो एवं लाभकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त की गई। गुरुवार को विकास खण्ड सुइथाकला की ग्राम पंचायत रामनगर, बुढूँपुर एवं जहरुद्दीनपुर में कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों को फसल उत्पादन तकनीक तथा योजनाओं की जानकारी दी गयी।

  जहरुद्दीनपुर में विकसित कृषि संकल्प अभियान के समापन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उप परियोजना निदेशक आत्मा डा. रमेश चन्द्र यादव ने किसानों को कृषि की नवीनतम तकनीकी की जानकारी प्रदान की। खरीफ फसलों की बुवाई से पूर्व खेतों की जुताई, कम्पोस्टिंग तथा बीज शोधन एवं भूमि शोधन कर फसलों की बुवाई / रोपाई करने की सलाह दी। उन्होंने फसल सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा तथा कीट एवं रोग नियन्त्रण हेतु लाइट ट्रैप एवं फेरोमोन ट्रैप की विधि बताई। डा० रमेश चंद्र यादव ने बताया कि भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा कृषि वैज्ञानिक चले गांव की ओर थीम के तहत विकसित कृषि संकल्प अभियान के अन्तर्गत 29 मई 2025 से 12 जून,15वें दिन तक 135 ग्रामों में कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं तकनीक प्रसार का आयोजन किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों द्वारा समन्वय स्थापित कर किसानों के द्वार जाकर कृषकों की आय वृद्धि तथा कृषि तकनीक की जानकारी देकर लाभान्वित किया गया है। कार्यक्रम में उपस्थित कृषि विज्ञान केन्द्र अमहित के वैज्ञानिक डा० वरुण कुमार ने मृदा परीक्षण के आधार पर उर्वरकों के उपयोग की सलाह दी तथा प्राकृतिक खेती करने की सलाह दी तथा कृषि तकनीकी अपनाकर खेती किसानी से आय वृद्धि करने के तरीके बताये। डा. गजेंद्र सिंह ने कीटों एवं रोगों के बचाव की जानकारी देते हुए किसानों को नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी का अधिक से अधिक प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि विकसित कृषि संकल्प अभियान कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अनुसंधान से प्राप्त तकनीकी का कृषक उपयोग करके अपनी आय बेहतर कर सकते है। एडीओ पीपी जितेन्द्र सिंह द्वारा नेचुरल फार्मिंग तथा गौ-आधारित प्राकृतिक खेती के बेहतर विकल्प को अपनाने के लिये जोर दिया। सहायक मत्स्य अधिकारी संभाषी त्रिपाठी द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की जानकारी दी गई। इस मौके पर प्रधान मनबोध, आनन्द निषाद, छोटेलाल बिन्द, एडीओ एजी मिथिलेश सिंह, एसएमएस नन्द किशोर,हर्ष प्रताप सिंह, सुनील कुमार, आशा, रेखा, सुनीता सहित सैकड़ों कृषक उपस्थित रहें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *