Saturday, December 20

आजमगढ़।जयगुरुदेव आश्रम खानपुर में दूसरे दिन उमड़ा आस्था का जनसैलाब,बही भक्ति रस की अविरल धारा ।

जयगुरुदेव आश्रम खानपुर में दूसरे दिन उमड़ा आस्था का जनसैलाब,बही भक्ति रस की अविरल धारा ।

आजमगढ़। जयगुरुदेव आश्रम खानपुर में आयोजित तीन दिवसीय सत्संग समारोह के दूसरे दिन उपदेशक मृत्युन्जय झा और सन्त राम चौधरी ने श्रद्धालुओं को सम्बोधित किया। मृत्युन्जय झा ने बताया कि यह संसार सरायखाना है। इसमें सबसे बुद्धिमान व्यक्ति वह है जो यह जानने की कोशिश करता है कि यहां की कौन सी चीज हमारे साथ जायेगी और उसकी तैयारी में लग जाता है। महापुरुषों के सत्संग में इस बात की जानकारी कराई जाती है कि यह शरीर कुछ समय के लिये मिला हुआ है। इसलिये समय रहते अपनी जीवात्मा के कल्याण के लिये सत्गुरु की खोज करनी चाहिये। संसार की वस्तुयें समय के अनुसार कर्म करने से मिलती रहेंगी लेकिन भजन करने से ही आत्म कल्याण होगा। जिन लोगों को बाबा जयगुरुदेव जी महाराज और उनके उत्तराधिकारी पूज्य महाराज जी ने नामदान दे दिया है, उन लोगों को इस बात का संकल्प अपने मन में लेना चाहिये कि जब तक हम अपनी जीवात्मा को भोजन नहीं देंगे तब तक अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। जीवात्मा का भोजन भजन है। जब ऐसा दृढ़ संकल्प होगा तो दुनिया के काम के साथ-साथ अपनी जीवात्मा का कल्याण करने का काम कर सकेंगे। शरीर पांच तत्वों का बना है, जिसका भोजन अन्न है। लिंग शरीर में जीवात्मा का भोजन सुगंध है। सू़़़क्ष्म शरीर में इसका भोजन प्रकाश है और कारण शरीर में इसका भोजन आवाज (शब्द) है। भजन के द्वारा जीवात्मा के चारों पर्दे हट जाते हैं और शब्द स्वरूप हो जाती है।

सन्त राम चौधरी ने बताया कि सन् 1970 के दशक में बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने जनता को जागरुक और आने वाले खराब समय से बचने के लिये अनेक भविष्यवाणियाँ की थी जिसमें कुछ घटित हो चुकी हैं और आगे घटित होंगी। बाबा जी समाज के सभी वर्गों की खुशहाली के लिये ईश्वर से प्रार्थना किया। नवजवानों के लिये, बड़े-बड़े राजनेताओं, अर्थशास्त्रियों और उद्योगपतियों से अपील किया कि इनकी शक्ति का उपयोग कैसे करें। यदि आप नहीं कर सकते हो तो हमको बतायें। 2003 में बाबा जी ने आगे आने वाली परेशानियों से बचाव के लिये काफिला निकाला जिसमें हिन्दू, मुसलमान सभी से एक रोटी देने की अपील किया। बाबा जी ने मुस्लिम बहनों की रोटियां उनके सामने खाई। बाबा जी किसी से कोई भेदभाव नहीं करते थे। वे एक अच्छे समाज की स्थापना करना चाह रहे थे जहां लोगों की आंखों में माँ, बहन, बेटी की पहचान हो और सभी एक-दूसरे के काम आयें, सभी को सुख शांति मिले। सभी लोग भगवान, खुदा की सच्ची पूजा, इबादत करें। इसी कार्य को आगे बढ़ाने में पूज्य पंकज जी महाराज लगे हुये हैं।

जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के अध्यक्ष पूज्य पंकज जी महाराज पूर्वांचल एक्सप्रेस से अप. 4.00 बजे फुलवरिया कट पहुंचे जहां श्रद्धालुओं ने फूल माला के साथ उनके काफिले का स्वागत किया। काफिला माहुल, अम्बारी, जीवाझारी, फूलपुर, जगदीशपुर, खरेवा मोड़, सरायमीर, पवईलाडपुर, खानपुर पंचायत इण्टर कालेज होते हुये जयगुरुदेव आश्रम खानपुर पहुंचने पर कार्यक्रम के आयोजक सतीश चन्द , लाल चंद, राम चरन यादव जिलाध्यक्ष, डॉक्टर जे. पी. यादव, संतोष कुमार यादव पूर्व प्रधान, उमेश उपाध्याय, रामलाल यादव, कमला प्रसाद मौर्य, राम सुमेर गुप्ता, राम जीवन सिंह, सत्यशील बंधु, रामचंद्र राय, सकलदीप पाल, रामबचन चौधरी, उत्तर प्रदेश संगत के अध्यक्ष संतराम चौधरी, पंडित मृत्युंजय झा, विनय कुमार सिंह संस्था मंत्री, जीतू भाई आर पटेल ने फूल माला पहना कर स्वागत किया तथा साथ ही भारी संख्या में उपस्थित प्रेमी भाई बहनों ने भी पुष्पवर्षा, स्वागत कलश, झंडा, स्वागत गीत, बाजे-गाजे के साथ उनका भव्य स्वागत किया और दर्शन दीदार का लाभ प्राप्त किया l जहां कल (आज) पूर्वाह्न 11.00 बजे से सत्संग और नामदान होगा।

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