
जिला अस्पताल से दूर अपनी गाड़ी खड़ी करके डीएम अकेले मरीज बनकर पहुंचे अस्पताल में मच गई खलबली
बरेली । जनपद के जिला अधिकारी ने आज सुबह अचानक अपनी गाड़ी जिला अस्पताल से दूर खड़ी करी और बिना किसी स्टाफ के अकेले चेहरे पर मास्क लगाकर एक आम आदमी की तरह जिला अस्पताल पहुंच गए इस दौरान उन्होंने लाइन में लगाकर पर्चा बनवाया डाक्टर को दिखाया और अस्पताल आए मरीजों के साथ बात भी करी इस दौरान इस दौरान अलग अलग गाड़ियों से जनपद के सीडीओ और एडीएम भी जिला अस्पताल में आम आदमी बनकर पहुंचे और सभी जगह का निरीक्षण किया जिसमें अस्पताल में मौजूद खामियां खुलकर सामने आ गई ।
जिला अस्पताल में आज सुबह उस समय अफरातफरी मच गई, जब जिलाधिकारी अविनाश सिंह बिना किसी पूर्व सूचना के अस्पताल पहुंच गए। डीएम ने मास्क पहन रखा था और अपनी गाड़ी अस्पताल परिसर के बाहर खड़ी कर दी, जिससे किसी को शक न हो। वे आम मरीज की तरह लाइन में लगे और पर्चा बनवाया। करीब 10:30 बजे पहुंचे डीएम ने लगभग सवा घंटे तक अकेले अस्पताल के अलग-अलग वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान वे इमरजेंसी वार्ड, पैथोलॉजी लैब, ओपीडी और महिला अस्पताल तक गए। उनके साथ केवल पीआरओ इमरान मौजूद थे। अस्पताल के स्टाफ को यह जानकारी नहीं थी कि वे डीएम से बात कर रहे हैं। इस दौरान उनके द्वारा महिला अस्पताल में निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि एक पर्चा काउंटर खाली पड़ा है, जबकि भीषण गर्मी में मरीजों को लाइन में खड़ा रहना पड़ रहा है। मरीजों ने बताया कि कुछ डॉक्टर इलाज नहीं कर रहे हैं और वे कई दिनों से परेशान हैं। इस पर डीएम ने मौके पर ही संबंधित डॉक्टर को डांटते हुए इलाज शुरू करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एडीएम और सीडीओ भी अन्य वार्डों में आम लोगों की तरह पहुंचे और मरीजों से बातचीत की। इससे स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सका।
डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि शासन की मंशा है कि हर मरीज को समय पर सही इलाज मिले और उसे किसी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े। यही देखने के लिए उन्होंने और उनके अधिकारियों ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर हकीकत जानी। निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि तीमारदारों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है और पार्किंग भी अव्यवस्थित है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को बैठने की समुचित व्यवस्था करने और पार्किंग की समस्या के समाधान के निर्देश दिए।

