
जातीय जनगणना का फैसला: सामाजिक न्याय की दिशा में ऐतिहासिक कदम — अनिल गुप्ता
जौनपुर। भाजपा ओबीसी मोर्चा द्वारा आयोजित एक सामाजिक सम्मेलन में जातीय जनगणना के फैसले का जोरदार स्वागत किया गया। नगर अध्यक्ष कमलेश कुमार निषाद की अध्यक्षता में सीहीपुर स्थित कार्यालय पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष अनिल गुप्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई। संचालन जिला महामंत्री पिछड़ा मोर्चा अमर जौहरी ने किया।
अनिल गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिया गया जातीय जनगणना का निर्णय ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा, “इससे देश के अन्य पिछड़े वर्गों को अपनी वास्तविक जनसंख्या की जानकारी मिलेगी और उन्हें उनके संख्या के अनुपात में संवैधानिक अधिकार प्राप्त होंगे। यह निर्णय सामाजिक न्याय और सहभागिता की दिशा में मील का पत्थर है।”
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जातीय जनगणना को लेकर झूठ फैलाया जा रहा है जबकि कांग्रेस ने अपने लंबे शासनकाल में कभी भी इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने मोदी सरकार के इस फैसले का ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया और मिठाइयां बांटीं। नगर उतरी की अध्यक्ष सारिका सोनी ने कहा कि इस फैसले से ओबीसी समाज को शिक्षा, अर्थव्यवस्था और राजनीति में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
कमलेश निषाद ने अपने अध्यक्षीय भाषण में गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि “नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक किसी ने भी ओबीसी समाज के दर्द को नहीं समझा। 1955 की काका कालेलकर आयोग की रिपोर्ट हो या 1980 का मंडल आयोग, कांग्रेस ने हमेशा इनका विरोध किया। यदि भाजपा का समर्थन नहीं होता तो ओबीसी वर्ग को 27% आरक्षण कभी नहीं मिलता।”
कार्यक्रम में वक्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को ओबीसी समाज का सच्चा हितैषी बताते हुए उनका आभार जताया और विपक्षी दलों की ओबीसी विरोधी मानसिकता को उजागर करने का संकल्प लिया

