
पुलिस ने किया 8 वर्षीय ऋतिक हत्याकांड का खुलासा कुकर्म के प्रयास में की गई थी हत्या आरोपी गिरफ्तार
मुजीब खान
शाहजहांपुर / विगत दिनों थाना परौर क्षेत्र में विगत दोनों 23 मार्च से लापता आठ वर्षीय बालक ऋतिक का खेत में कंकाल मिला जिसका खुलासा करते हुए ऋतिक के पड़ोसी को गिरफ्तार किया जिसने स्वीकार किया कि वह बच्चे के साथ कुकर्म कर रहा था जिसको उसने घर वालो को बताने की धमकी दी तो डर के मारे उसकी हत्या कर के शव खेत में फेंक दिया था जिसकी जांच करने के बाद पुलिस ने एक बीड़ी के बंडल के टुकड़े को जांच का आधार मानकर आरोपी तक पहुंच बना पाई और उसे गिरफ्तार कर लिया ।आरोपी ने स्वीकार किया दुष्कर्म के विरोध पर पड़ोसी ने ही मुंह और गला दबाकर बच्चे की जान ली थी।
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि परौर थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले व्यक्ति का आठ साल का बच्चा 23 मार्च को घर से लापता हो गया था। 26 मार्च को उसकी शर्ट गोलागंज जाने वाले मार्ग पर मिली थी। इसके बाद पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में लगी थीं। पुलिस ने रामगंगा नदी में डूबने की आशंका पर आठ किलोमीटर तक जाल डलवाकर भी तलाशा था। पांच मार्च को बच्चे का कंकाल गेहूं के खेत में बरामद हुआ था। शर्ट की जेब में बीड़ी के कागज पर कुछ टूटे-फूटे शब्द लिखे थे। इससे पुलिस को अंदाजा हुआ कि शब्द किसी कम पढ़े-लिखे व्यक्ति द्वारा लिखे गए हैं और बायें हाथ से लिखे गए हैं। इसी सबूत के आधार पर पुलिस ने पड़ताल आगे बढ़ाई। पुलिस ने आसपास के बायें हाथ से लिखने वाले लोगों से पूछताछ शुरू की। इस दौरान सामने आया कि पड़ोस में रहने वाला एक बच्चा भी बायें हाथ से लिखता है। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसके मामा प्रकाश ने उससे यह पर्ची लिखवाई थी। लिखवाने का कोई कारण नहीं बताया था।
वही आरोपी ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन वह अपने भांजे के साथ खेत में जा रहा था। तभी पड़ोस में रहने वाला बच्चा भी उसके साथ चल दिया। खेत में जाने पर उसने अपने भांजे को घर भेज दिया। आरोपी ने बच्चे से दुष्कर्म की कोशिश की तो वह शोर मचाने लगा। यह भी कहा कि वह सारी बात अपने मम्मी-पापा को बता देगा। यह सुनकर आरोपी ने बच्चे का मुंह व गला दबा दिया। इससे उसकी मौत हो गई। वह गेहूं के खेत में शव छोड़कर भाग आया।
पुलिस को गुमराह करने के लिए सड़क पर डाली शर्ट
अगले दिन पुलिसवालों को देखा तो रात में आरोपी को नींद नहीं आई। वह पहचान छिपाने के लिए बच्चे की शर्ट निकालने पहुंचा तो शव अकड़ जाने के कारण उसे फाड़कर निकाला। शर्ट फाड़ते समय कुछ बटन टूटकर गिर गए। पुलिस को गुमराह करने के लिए अगले दिन उसने अपने भांजे से बीड़ी के बंडल के कागज में कुछ शब्द लिखवाकर फटी शर्ट की जेब में रखकर गोलागंज के रास्ते में डाल दी। उसका इरादा था कि पुलिस व घरवालों को यह पता चल जाए कि वह बच्चा मर चुका है।

