
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहुंची महाकुंभ संगम में लगाई डुबकी यूपी की राज्यपाल और सीएम ने किया स्वागत
राष्ट्रपति ने कार्यक्रम के दौरान प्रयागराज के बड़े हनुमान मंदिर जाकर किए दर्शन
मुजीब खान
प्रयागराज / देश राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज तड़के प्रयागराज पहुंची जहां उनका स्वागत उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया इस दौरान राष्ट्रपति ने सबसे पहले महाकुंभ के संगम तट पर पहुंची जहां उन्होंने संगम में पवित्र स्नान किया और भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। स्नान से पहले उन्होंने मां गंगा को पुष्प अर्पित कर श्रद्धा व्यक्त की। 
इस दौरान उन्होंने मां गंगा में निवास कर रहे प्रवासी पक्षियों को दाना भी खिलाया देश की राष्ट्रपति का यह दौरा न केवल प्रयागराज के लिए ऐतिहासिक है बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए भी एक प्रेरणा दायी बताया जा रहा है । राष्ट्रपति का प्रयागराज में आठ घंटे रुकने का कार्यक्रम है ।उनकी उपस्थिति से महाकुंभ के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को एक नई ऊंचाई मिल रही है। राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। बता दें कि इससे पहले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में पावन स्नान किया था।।कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति प्रयागराज के लेटे हनुमान मंदिर पहुंचीं। यहां दर्शन-पूजन किया। इस दौरान उन्होंने अक्षय वट का दौरान भी किया राष्ट्रपति के साथ सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद है। वह शाम चार बजे तक प्रयागराज में रहेंगी।
राष्ट्रपति मुर्मू आज सुबह विशेष विमान से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचीं, जहां उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनका स्वागत किया। इसके बाद वे हेलिकॉप्टर से अरैल स्थित डीपीएस हेलीपैड पर उतरीं, जहां से उन्हें कार द्वारा अरैल घाट ले जाया गया। संगम तक की उनकी यात्रा और भी भव्य रही क्योंकि वे क्रूज के जरिए संगम तट पर पहुंची, जहां वे श्रद्धालुओं की उपस्थिति में पवित्र स्नान किया और फिर पूजन अर्चन किया। भारतीय इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि इससे पहले केवल डॉ. राजेंद्र प्रसाद (भारत के पहले राष्ट्रपति) ने महाकुंभ में स्नान किया था। अब द्रौपदी मुर्मू इस गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाया है। संगम स्नान के बाद राष्ट्रपति मुर्मू अक्षयवट के दर्शन किया। अक्षयवट को हिंदू धर्म में अमरता का प्रतीक माना जाता है और इसकी महिमा अनेक पुराणों में भी वर्णित है। इसके बाद राष्ट्रपति प्रयागराज के प्रसिद्ध लेटे हुए बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना किया। यह मंदिर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है और माना जाता है कि यहां दर्शन करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। राष्ट्रपति मुर्मू प्रयागराज में कुल 8 घंटे से अधिक समय बिताएंगी। अपने धार्मिक कार्यक्रमों के बाद वह शाम को करीब 5:45 बजे प्रयागराज से दिल्ली के लिए रवाना होंगी। महाकुंभ 2025 में राष्ट्रपति मुर्मू की यह यात्रा ऐतिहासिक होगी, जो भारतीय संस्कृति, आस्था और आध्यात्मिकता का जीवंत प्रमाण है।

