
संभल में हुए बवाल की जांच को गठित कमेटी गवाहों के बयान दर्ज कर वापस लौटी
संभल / जनपद में विगत 24 नवंबर को हुए बवाल के बाद उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी मंगलवार को गवाहों के बयान दर्ज कर वापस लौट गई जांच कमेटी संभल में लगभग 7:30 घंटे तक रही सुबह 10:15 बजे जांच कमेटी संभल पहुंची थी जहां जांच कमेटी ने सबसे पहले शाही जामा मस्जिद के पीछे हिंसा वाले इलाके का निरीक्षण किया यहां जांच कमेटी ने उस इलाके का दौरा किया जहां पथराव,फायरिंग और आगजनी हुई थी इसके अलावा उन स्थानों पर भी टीम पहुंची थी जहां पर पुलिस को पाकिस्तानी और अमेरिकी कारतूस मिले थे यहां टीम करीब 1 घंटे तक रही उसके बाद संभल के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंची जहां गवाहों के बयान दर्ज किए गए जांच कमेटी ने लगभग 6:30 घंटे तक गवाहों के बयान दर्ज किए जांच कमेटी शाम 5:45 पर संभल से रवाना हो गई ।
वर्ष 1992 में हुए संभल में दंगा का पीड़ित पक्ष भी अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे
शशांक शर्मा ने न्यायिक आयोग से मिलने के बाद बताया कि वर्ष 1992 के दौरान संभल में जो हिंसा हुई थी। उसमें उनके पिताजी की हत्या कर दी गई थी। उनके पिता शिक्षक थे। वह बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने गए और उसके बाद घर वापस नहीं आए। सुबह को उनकी डेड बॉडी एक तालाब में तैरती हुई मिली। इस घटना में उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन काफी भागदौड़ के बावजूद उन्हें न्याय नहीं मिला। आज वह अपने साथ तमाम अभिलेख लेकर यहां आए हैं और यह मांग है कि उन्हें न्याय मिले।
समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष भी पहुंचे जांच कमेटी के पास
समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष फिरोज खान ने नगर के चंदौसी मार्ग स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में न्यायिक आयोग की टीम से मिलने से पूर्व मीडिया से वार्ता में कहा कि शासन ने संभल हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित किया है जो आज संभल आया है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि न्यायिक आयोग निष्पक्ष तरीके से लोगों की बात को सुनकर अपनी कार्रवाई करेगा। इस दौरान जांच कमेटी में शामिल पूर्व आईपीएस अरविंद कुमार जैन ने बताया कि 24 नवंबर को हुई हिंसा से लेकर गवाहों के बयान दर्ज किए थे 51 प्रार्थना पत्र सामने आए उन्होंने बताया कि इसी महीने में दोबारा आएंगे आपको बता दें कि न्यायिक जांच कमेटी में हाई कोर्ट के पूर्व जज देवेंद्र अरोड़ा के अलावा सदस्य के तौर पर पूर्व आईपीएस अरविंद कुमार जैन और अमित मोहन प्रसाद शामिल रहे वहीं डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज जी, संभल जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पेंसिया और SP कृष्ण कुमार विश्नोई भी शामिल रहे।

