
डीएम ने संभल कल्कि देवतीर्थ समिति का किया गठन पतंजलि यूनिवर्सिटी एवं रिसर्च फाउंडेशन से हुआ एमओयू साइन
सम्भल / जनपद के तीर्थों एवं ऐतिहासिक स्थलों के विकास एवं संरक्षण को डीएम ने बड़ी पहल की है तीर्थों के विकास एवं संरक्षण को सम्भल कल्कि देवतीर्थ समिति का गठन किया है वहीं पतंजलि यूनिवर्सिटी एवं रिसर्च फाउंडेशन से एमओयू साइन हुआ है। आज सम्भल के तहसील सभागार में डीएम एसपी की मौजूदगी में आठ सदस्यों की सम्भल कल्कि देवतीर्थ समिति का गठन हुआ है। शुरु में समिति में आठ सदस्य हैं समिति की अनुमति से बाद में और सदस्य बनाए जाएंगे। समिति के माध्यम से सम्भल के सभी तीर्थों का एक ही वैनर तले विकास एवं संरक्षण होना तय हुआ है। वहीं ऐतिहासिक स्थलों को भी समिति काम करेगी। पतंजलि यूनिवर्सिटी एवं रिसर्च फाउंडेशन सम्भल के इतिहास लेखन को काम करेगा। एक समिति के माध्यम से सभी तीर्थ एवं ऐतिहासिक स्थलों के विकास के साथ ही सम्भल को तीर्थ नगरी घोषित कराने में मदद मिलने की उम्मीद है। फिलहाल तीर्थों के एक साथ विकास संरक्षण को उठाया गया जिला प्रशासन ये बड़ा कदम समझा जा रहा है।
जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि सम्भल कल्कि देव तीर्थ समिति की स्थापना की गई है इसी समिति के आठ सदस्यों के साथ आज प्रथम बैठक हुई है सम्भल के गणमान्य नागरिक और संतों को इसका सदस्य बनाया गया है इसका उद्देश्य है कि सम्भल के 87 देव तीर्थ उन सभी को एक साथ लेकर इन सभी धरोहरों का संरक्षण ओर सुरक्षा की जा सके। सम्भल पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित किया जा सके। आज पतंजलि रिसर्च एंड इंस्टिट्यूट के साथ एमओयू हुआ है। आज प्रथम बैठक में सभी सदस्यों से विचार लिए गए हैं कि किस तरह से भविष्य में रणनीति तय करनी है जो सम्भल का वैभव है उसे वापस प्राप्त करना है। समिति की अनुमति से और भी सदस्य इस समिति में जोड़े जा सकते हैं। आगे जो संस्थाएं संस्कृतिक है उन्हें इससे जोड़ा जाएगा और एक भव्य रूप दिया जाएगा। पतंजलि से इसका करार हुआ है कि किस तरह से इतिहास लिखा जाएगा आगे किसी विशेषज्ञ का योगदान चाहिए तो हम वह भी पतंजलि से लेंगे।

