
मौनी बाबा ने अपना त्याग तपस्या से समाज का कल्याण किया , दुर्वासा धाम के महलिया कुटी पर दी गई श्रद्धांजलि
आजमगढ़। दुर्वासा महामंडलेश्वर ब्रह्मलीन संत रामलाल दास जी महाराज मौनी बाबा की आठवीं पूण्य तिथि पर दुर्वासा धाम के महलिया कुटी पर बाल संत शुभम दास के नेतृत्व में श्रद्धांजलि सभा संत-समागम आयोजन किया गया । संत समागम में दूर – दराज से संत महात्मा आयें हुए थे। संतों ने मौनी बाबा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया। दुर्वासा महामंडलेश्वर मौनी राम लाल दास महाराज के कृपापात्र बाल ब्रह्मचारी संत शुभमदास ने संतों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया । वही सौ निशक्त जनों को कंबल वितरित किया गया। देर रात तक प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चलता रहा। बाल संत शुभमदास ने कहा कि मौनी बाबा समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने 14 साल की अल्प आयु में परिवार को छोड़ दिया और संतों के साथ रहने लगे। उन्होंने बारह साल तक कठिन जप तप किया। उनके तप का प्रभाव देखने को लोगों मिला है। जिन्होंने मौनी बाबा को नि:स्वार्थ भाव से याद किया उसके संकट दूर हो गये ।मौनी बाबा के पास लोग समस्या से घिरे हुए रोते हुए आते थे और हंसते हुए जाते थे। मौनी बाबा अपने भक्तों के लिए हमेशा अमर रहेंगे। उनकी पुण्यतिथि पर हम संकल्प ले की मौनी बाबा के दिखाए मार्ग का अनुशरण करें। ऐसे महान आत्मा को शांति तभी मिलेगी।
इस मौके पर हाकिम बाबा, अमित राय, आशुतोष राय खदेरु, बलराम तिवारी, सुभाष चन्द्र तिवारी कुंदन, आदि लोग मौजूद रहे।
